भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव अनंत स्वरूप ने रविवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि पिछले कुछ वर्षों में उत्तर प्रदेश ने निर्यात (Export) के मामले में अच्छी प्रगति की है और गत वित्तवर्ष में यह बढ़कर 1.20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर नैनी में आयोजित ‘एक्सपोर्टर्स कॉनक्लेव’ के विशिष्ट अतिथि स्वरूप ने बताया कि उत्तर प्रदेश से निर्यात की वृद्धि दर, देश से निर्यात (Export) की औसत वृद्धि दर से बहुत अधिक है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने तीन लाख करोड़ रुपये के निर्यात (Export) का लक्ष्य रखा है. हालांकि, प्रयागराज की बात करें, तो निर्यात के मामले में यह कहीं नहीं ठहरता। उत्तर प्रदेश में निर्यात की दृष्टि से प्रयागराज 47वें स्थान पर है.
स्वरूप ने कहा कि प्रदेश से 1.20 लाख करोड़ रुपये के निर्यात (Export) में प्रयागराज की हिस्सेदारी महज 100 करोड़ रुपये की है, जो कि इस जिले में मौजूद निर्यात की भारी संभावनाओं की तुलना में बहुत ही कम है.
उन्होंने कहा कि निर्यात को कैसे बढ़ाना है, इसी को लेकर इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है. प्रयागराज से सबसे अधिक चावल का निर्यात हो रहा है, जो करीब 44 करोड़ रुपये का है. इसके बाद प्रसंस्कृत खाद्य का निर्यात करीब 20 करोड़ रुपये का है.
स्वरूप ने बताया कि विश्व की सबसे बड़ी प्रदर्शनी दुबई एक्सपो- 2020, एक अक्तूबर, 2021 से लगने जा रही है और इसका समापन 31 मार्च, 2022 को होगा. यह आयोजन 2020 में होना था, लेकिन कोरोना के कारण इसे टाल दिया गया.
उन्होंने बताया कि इस एक्सपो में हिस्सा लेने के लिए भारत सरकार ने 500 करोड़ रुपये का स्थायी आधारभूत ढांचा तैयार किया है. इसमें बहुत से राज्य अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश को भी वहां स्थान दिया गया है. इस प्रदेश को 10 दिसंबर से 23 दिसंबर तक का समय अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए दिया गया है.
इस कार्यक्रम में इलाहाबाद संसदीय सीट से सांसद रीता बहुगुणा जोशी, फियो (उत्तर प्रदेश) से वाईएस गर्ग, संयुक्त निदेशक (विदेश व्यापार) अमित त्रिपाठी और बड़ी संख्या में उद्यमी एवं निर्यातक उपस्थित थे.
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