कच्चे एवं रिफाइंड पाम तेल की खेप घटने से दिसंबर महीने में भारत का खाद्य तेल आयात सालाना आधार पर 16 फीसद घटकर 13.07 लाख टन रह गया. उद्योग संगठन ‘सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ (एसईए) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य तेलों का आयात पिछले साल दिसंबर में घटकर 13,07,686 टन रह गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 15,55,780 टन था. खाद्य तेलों के खंड में कच्चे पाम तेल का आयात 8,43,849 टन से घटकर 6,20,020 टन हो गया, जबकि रिफाइंड पामोलीन की आवक 2,56,398 टन से मामूली गिरावट के साथ 2,51,667 टन रही.
हालांकि समीक्षाधीन अवधि में कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात 1,94,009 टन से बढ़कर 2,60,850 टन हो गया. गैर-खाद्य तेल का आयात दिसंबर, 2022 के 10,349 टन से घटकर पिछले महीने 4,000 टन रह गया. एसईए ने कहा कि दिसंबर, 2023 में वनस्पति तेलों (खाद्य तेल और गैर-खाद्य तेल) का आयात एक साल पहले के 15,66,129 टन से 16 फीसद घटकर 13,11,686 टन हो गया. तेल विपणन वर्ष 2023-24 के पहले दो महीनों में वनस्पति तेलों का कुल आयात 21 फीसद घटकर 24,72,276 टन रह गया, जबकि इसके एक साल पहले की समान अवधि में यह 31,11,669 टन था. बता दें कि तेल विपणन वर्ष नवंबर से अक्टूबर तक चलता है.
इस दौरान खाद्य तेलों का आयात 30,84,540 टन से घटकर 24,55,778 टन रहा, जबकि अखाद्य तेलों का आयात 27,129 टन से घटकर 16,498 टन हो गया. नवंबर-दिसंबर 2023 के दौरान खाद्य तेल आयात में रिफाइंड पामोलीन की हिस्सेदारी 15 फीसद से बढ़कर 17 फीसद हो गई है, जबकि कच्चे पाम तेल की हिस्सेदारी 85 फीसद से घटकर 83 फीसद हो गई है. नवंबर-दिसंबर 2023 की अवधि में पाम तेल का आयात 22,50,924 टन से घटकर 17,63,677 टन हो गया. सॉफ्ट ऑयल का आयात 8,33,616 टन से घटकर 6,92,101 टन रह गया.