इस दिवाली लोगों ने जमकर फेस्टिव शॉपिंग कर के कुल रेवेन्यू 1.25 लाख करोड़ रुपये पहुंचा दिया. कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( CAIT) के मुताबिक, इस साल दिवाली पर हुई बिक्री से पिछले 10 साल के रिकॉर्ड स्तर पर कमाई हुई है.
ट्रेडर्स बॉडी का कहना है कि मजबूत सेल्स ने दुकानों का मनोबल बढ़ाया है. पिछले दो साल से कोरोना महामारी के कारण वे सुस्ती का सामना कर रहे थे. रिकॉर्ड तोड़ बिक्री को देखते हुए डीलर अब 14 नवंबर से शुरू हो रहे शादी के सीजन की तैयारी में जुट रहे हैं.
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मतुबाकि, CAIT के नेशनल प्रेसिडेंट बी सी भारतीय ने कहा कि इस दिवाली देशभर में हुई कुल कमाई का आंकलन 1.25 लाख करोड़ रुपये का है. यह पिछले एक दशक का रिकॉर्ड हाई है. दिल्ली का ही कुल सेल्स रेवेन्यू 25 हजार करोड़ रुपये रहा.
मेड इन इंडिया की मांग
CAIT का कहना है कि इस बार चीनी सामान की बिक्री नहीं हुई. ग्राहकों ने देसी सामान को प्राथमिकता दी. इसके चलते चीन को 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हुआ है.
मिट्टी के दीये, मोमबत्ती जैसे ट्रेडिशनल सामान की अधिक मांग रही, जिससे घरेलू कारीगरों की अच्छी कमाई हुई. घर की सजावट के सामान, मिठाई, मेवा, कपड़े, जूते, घटी और खिलौने की भी जबरदस्त मांग रही.
दिवाली के दौरान गोल्ड ज्वैलरी और सिल्वरवियर की कुल नौ हजार करोड़ रुपये की बिक्री हुई. साथ ही, इस साल 15 हजार करोड़ रुपये के पैकेजिंग आइटम भी बिके.