Credit Growth Rises: चालू वित्त वर्ष (FY22) के दौरान वर्ष-दर-वर्ष (YoY) क्रेडिट ग्रोथ सितंबर 2021 में बढ़कर 7.0% हो गई, जो एक साल पहले 5.8% थी. क्रेडिट ग्रोथ में बढ़ोतरी का नेतृत्व मेट्रोपॉलिटन सेंटर्स में मौजूद बैंक शाखाओं ने किया. ये 60% से ज्यादा के बैंक क्रेडिट के लिए जिम्मेदार है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इसे व्यापक आर्थिक सुधार का संकेत बताया.
मेट्रोपॉलिटन में सितंबर 2021 में क्रेडिट ग्रोथ 4.6% रही
RBI के आंकड़ों के मुताबिक मेट्रोपॉलिटन रीजन में वर्ष-दर-वर्ष (YoY) क्रेडिट ग्रोथ, सितंबर 2021 में बढ़कर 4.6% हो गई. FY21 (अप्रैल 2020-मार्च 2021) में क्रेडिट ग्रोथ 1.7% थी. सितंबर 2020 में ग्रोथ 3.6% थी मेट्रोपॉलिटन सेंटर्स उन्हें कहा जाता है जहां की आबादी 10 लाख या उससे ज्यादा हो. वहीं शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण केंद्रों की शाखाओं में डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की गई है.
एग्रीगेट डिपॉजिट ग्रोथ में मामूली गिरावट
सितंबर 2021 में एग्रीगेट डिपॉजिट ग्रोथ (YoY) मामूली रूप से घटकर 10.1% हो गई, जो एक साल पहले 11.0% थी. मेट्रोपॉलिटन सेंटर्स की बैंक शाखाएं कुल जमा राशि के आधे से अधिक के लिए जिम्मेदार है. इसने बैंकों के जमा राशि जुटाने का नेतृत्व किया.
प्राइवेट सेक्टर बैंकों से पीछे सरकारी बैंक
सितंबर 2021 में प्राइवेट सेक्टर के बैंकों ने क्रेडिट और जमा में क्रमशः 10.9% और 16.0% की ग्रोथ (YoY) दर्ज की. प्राइवेट बैंकों की तुलना में सरकारी बैंक इसमें काफी पीछे हैं. सरकारी बैंकों ने क्रेडिट और जमा में क्रमशः 3.7% और 7.4% की ग्रोथ (YoY) दर्ज की.
कुल जमा में धीरे-धीरे बढ़ रही CASA की हिस्सेदारी
कुल जमा में चालू खाता और बचत खाता (CASA) जमाओं की हिस्सेदारी धीरे-धीरे बढ़ रही है और सितंबर 2021 में यह 44.3% थी.
ऑल-इंडिया क्रेडिट-डिपॉजिट (C-D) रेश्यो घटी
डिपॉजिट के लेंडिंग ग्रोथ से आगे निकलने से ऑल-इंडिया क्रेडिट-डिपॉजिट (C-D) रेश्यो सितंबर 2021 में घटकर 70.0% हो गया, जो एक साल पहले 72.0% था. मेट्रोपॉलिटन शाखाओं के लिए सी-डी रेश्यो सितंबर 2021 में 82.8% रहा. एक साल पहले यह 88.4% था.