कोरोना की नई लहर से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश में 548 ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plants) लगवा रही है. ऐसा इसलिए ताकि तीसरी लहर में मरीजों को अगर ऑक्सीजन (oxygen) की जरूरत पड़ती है तो पहले की तरह फिर से इसका संकट खड़ा न हो सके. दूसरी लहर के दौरान देशभर में ऑक्सीजन (oxygen) का संकट हुआ था जिसके चलते हजारों मरीजों की मौतें भी हुईं. हालांकि केंद्र सरकार ने अपने डेटा में एक भी मौत ऑक्सीजन (oxygen) की कमी या फिर हेल्थ संसाधनों की कमी से होने से इनकार किया है.
यूपी के सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार तिवारी ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि उनके यहां आगामी 15 अगस्त से पहले ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plants) लग जाने चाहिए. एक्सपर्ट्स की मानें तो अगले महीने से कोरोना संक्रमण की नई लहर देखने को मिल सकती है. हालांकि एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि अप्रैल और मई 2021 में आई दूसरी लहर की तुलना में आगामी हल्की हो सकती है.
अब तक 214 संयंत्र हो चुके हैं चालू
सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार तिवारी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों को बताया कि 548 में से 214 अभी चालू हो चुके हैं. बाकी आगामी 15 अगस्त तक शुरू हो जाने चाहिए. इसके अलावा हर ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plants) के लिए दो तकनीशियन को नियुक्त भी किया जाएगा. इसके लिए अब तक 280 को शॉर्टलिस्ट किया है.
पीएम राहत कोष से लग रहे संयंत्र
केंद्र सरकार प्रधानमंत्री राहत कोष के जरिए देश के हर जिले में ऑक्सीजन प्लांट(oxygen plants) की स्थापना पर जोर दे रही है. केंद्र सरकार ने फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तहत देश भर में 1500 प्लांट स्थापित करने का लक्ष्य रखा है. इसके अलावा राज्य सरकारें भी खुद के बजट से अपने मेडिकल कॉलेज या जिला अस्पतालों में इन प्लांट की स्थापना कर रही हैं.
बच्चों के लिए बन रहे आईसीयू
नोएडा फिल्म सिटी में प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान सीएम योगी ने कहा था कि तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी की जा रही है. उत्तर प्रदेश में बच्चों की उचित और विशेष देखभाल के लिए हर जिले में आईसीयू केंद्र भी शुरू कर रही है. केंद्र सरकार ने भी पिछले महीने हर राज्य को बाल चिकित्सा और इमरजेंसी मेडिसिन फेसिलिटी को बढ़ाने के निर्देश दिए थे.