BRICS Summit 2021: दुनिया के पांच बड़े देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन व दक्षिण अफ्रीका के संगठन ब्रिक्स(BRICS) की शिखर बैठक हुई. वर्चुअल तरीके से आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की. इस दौरान पीएम मोदी ने ब्रिक्स के क्रियाकलापों का हवाला देते हुए कहा कि ब्रिक्स देशों ने “आतंकवाद विरोधी कार्ययोजना” को भी स्वीकारा है. ब्रिक्स पिछले 15 वर्षों के दौरान अपनी उपलब्धियों पर गर्व कर सकता है, लेकिन हमें इसे आत्मसंतुष्ट होने की जरूरत नहीं है, ब्रिक्स को अगले 15 वर्षों में अधिक सार्थक बनने का प्रयास करना होगा. ब्रिक्स उभरती हुई अर्थव्यवस्था वाले देशों का शक्तिशाली मंच है तथा विकासशील देशों की प्रभावकारी आवाज है.
इंट्रा-ब्रिक्स व्यापार को और आसान बनाया जायेगा
भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आगामी नवंबर में हमारे जल संसाधन मंत्री पहली बार बैठक करेंगे.
उन्होंने कहा कि व्यापार के क्षेत्र में भाग लेने वाले देशों के सीमा शुल्क विभागों के बीच सहयोग से इंट्रा-ब्रिक्स व्यापार को और आसान बनाया जाएगा.
इसके अलावा पीएम मोदी ने व्यापार की बात करते हुए ‘हरित पर्यटन’ के साथ पर्यावरण को हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त रखने की सदस्य देशों की पहल को भी रेखांकित किया. इस कार्यक्रम के बाद सभी नेताओं ने डिजिटल ग्रुप फोटो भी खिंचवाई.
इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल हुए थे.
पीएम मोदी ने दूसरी बार की अध्यक्षता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की दूसरी बार अध्यक्षता की. इससे पहले वर्ष 2016 में उन्होंने गोवा में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की थी.
जानकारी के लिए बता दें कि इस वर्ष ब्रिक्स की भारतीय अध्यक्षता ब्रिक्स की पंद्रहवीं वर्षगांठ के साथ मेल खाती है. सम्मलेन के बाद सभी को धन्यवाद देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स के 15वें वर्ष में वर्चुअल #BRICS शिखर सम्मेलन की मेजबानी करके प्रसन्नता हुई.
भारत की अध्यक्षता में ब्रिक्स ने कई नई पहल की हैं. इस दौरान ब्रिक्स के लिए COVID वैश्विक पुनर्प्राप्ति में योगदान देने के लिए ‘बिल्ड-बैक रेजिलिएंटली, इनोवेटिव, विश्वसनीय और स्थायी रूप से’ के आदर्श वाक्य का आह्वान किया.