मूडीज ने कहा कि अकोमोडेटिव इंटरेस्ट रेट्स (Accommodative interest rates) और लोन रिस्ट्रक्चरिंग स्कीम्स (loan restructuring schemes) परिसंपत्ति जोखिम (asset risks) को कम करती रहेंगी. कोरोना वायरस पुनरुत्थान (coronavirus resurgence) में देरी होगी, लेकिन बैंकों की बैलेंस शीट में सुधार पटरी से नहीं उतरेगा जो महामारी से पहले शुरू हो गया था.
बैंक ऑफ इंडिया ने मंगलवार को जून तिमाही के लिए शुद्ध लाभ में 14.7% की गिरावट के साथ 720 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की है. बैंक ने एक साल पहले की समान अवधि में 843.60 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में, लोन की कुल आय 11,698.13 करोड़ रुपये थी. फाइलिंग के मुताबिक, एक साल पहले की अवधि में यह 11,941.52 करोड़ थी.
बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA) इस साल जून के अंत में सकल अग्रिम के 13.51% तक मामूली रूप से गिर गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 13.91% थी. नेट एनपीए या खराब लोन की नवीनतम जून तिमाही में 3.35% नीचे थे, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 3.58% था. समीक्षाधीन तिमाही के लिए खराब लोन को बढ़ाकर 1,709.12 करोड़ रुपये कर दिया गया. एक साल पहले समान अवधि में यह 1,512.07 करोड़ रुपये था. समेकित आधार पर बैंक का नेट प्रॉफिट 2021 जून तिमाही में 735.37 करोड़ रुपये था. यह एक साल पहले की अवधि में 845.78 करोड़ रुपये से 13% कम था.