केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कहना है कि भारत 2025 के अंत तक 5,000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा. उन्होंने यहां उत्तराखंड वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन में कहा कि मोदी सरकार के दूरदर्शी नेतृत्व के कारण भारत पिछले एक दशक में हर मोर्चे पर तेजी से आगे बढ़ा है.
शाह ने कहा कि दुनिया आज भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है. 2014 से 2023 के बीच भारत दुनिया की 11वीं अर्थव्यवस्था से उठकर पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल के दौरान देश ने पहले कभी इतनी बड़ी छलांग नहीं लगाई. हम अपने मेक इन इंडिया कार्यक्रम के जरिये दुनिया की धीमी होती जीडीपी को गति देने की कोशिश कर रहे हैं.
GDP वृद्धि परिवर्तनकारी सुधारों का प्रतिबिंब: मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में भारत की 7.7 फीसद की जीडीपी वृद्धि देश की मजबूत होती अर्थव्यवस्था और पिछले 10 वर्षों में किए गए परिवर्तनकारी सुधारों का प्रतिबिंब है.
गांधीनगर में आयोजित इनफिनिटी फोरम 2.0 सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ‘गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक- सिटी’ (गिफ्ट सिटी) को नए युग की वैश्विक वित्तीय और प्रौद्योगिकी सेवाओं का वैश्विक केंद्र बनाना चाहती है.
इस साल सितंबर में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अनुमान लगाया था कि भारत की वजह से वैश्विक वृद्धि दर 16 फीसदी रहेगी. मोदी ने कहा कि विश्व बैंक ने यह भी कहा है कि वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत से काफी उम्मीदें हैं. विश्व आर्थिक मंच ने कहा है कि भारत में लालफीताशाही कम हो गई है और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत वैश्विक दक्षिण में नेतृत्व प्रदान करने के लिए मजबूत स्थिति में है.