फेस्टिव सीजन शुरू होने के साथ ही देश में हवाई यात्रा की बुकिंग ने रफ्तार पकड़ ली है. कोरोना महामारी के कारण काफी समय से बंद पड़ी इस इंडस्ट्री को फिर से पटरी पर आने की उम्मीद है. हालांकि कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर को लेकर एयरलाइन्स पहले से ही सतर्क हैं. मई और जून में कोरोना की दूसरी लहर ने एयरलाइन कंपनियों को काफी नुकसान पहुंचाया था. दूसरी लहर ने कंपनियों के महीनों पहले कमाए प्रॉफिट को पूरी तरह से खत्म कर दिया था.
एविएशन वेबसाइट नेटवर्क थॉट्स के आंकड़ों के अनुसार, घरेलू यात्री यातायात (Domestic passenger traffic) अगस्त के पहले तीन हफ्तों में बढ़कर लगभग 45.2 लाख हो गया. जुलाई में यह 33.1 लाख, जून में 19.1 लाख और मई में 14.1 लाख था. वहीं फरवरी, मार्च और अप्रैल के दौरान यह 57.3 लाख, 53 लाख और 44 लाख था.
एक खबर के मुताबिक गुरुग्राम स्थित बजट एयरलाइन के एक सीनियर एग्जीक्यूटिव ने कहा, ‘एडवांस बुकिंग (विशेष रूप से बुकिंग के बाद 14-दिन की विंडो से आगे की यात्रा के लिए) अगस्त में बढ़ी है. इससे पता चलता है कि लोग अब यात्रा को लेकर ज्यादा आश्वस्त हैं. राज्यों के यात्रा प्रतिबंध हटाने और कोविड के मामलों की घटती संख्या की वजह से लोग यात्रा को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं’.
एयरलाइन के अधिकारी ने कहा, मौजूदा आंकड़ों को देखते हुए, हम फेस्टिव सीजन के दौरान हवाई टिकटों की बिक्री में और तेजी आने की उम्मीद कर रहे हैं. यदि मौजूदा वृद्धि बिना रुके जारी रही, तो हम अक्टूबर-दिसंबर की अवधि तक कोविड से पहले स्तरों तक की रिकवरी देख सकते हैं.
इस बीच, एयरलाइंस संभावित तीसरी लहर से किसी भी व्यावसायिक व्यवधान (business disruption) की तैयारी के लिए अपनी तरलता (liquidity) को बढ़ा रही हैं. देश की दो सूचीबद्ध एयरलाइन- इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड की संचालित इंडिगो और स्पाइसजेट लिमिटेड- दोनों को योग्य संस्थागत प्लेसमेंट के जरिए पूंजी जुटाने के लिए अपने-अपने बोर्डों से मंजूरी मिल गई है.
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