श्रम और रोजगार मंत्रालय का कहना है कि ई-श्रम पोर्टल (e-SHRAM portal) पर अब तक 27 लाख से अधिक अनऑर्गनाइज्ड वर्कर रजिस्टर हो चुके हैं. मंत्रालय ने पोर्टल से मजदूरों को जोड़ने के लिए कई अभियान चलाए हैं. मंत्रालय की बिल्डिंग में काम करने वाले श्रमिकों को पंजीकृत करने के लिए नई दिल्ली के श्रम शक्ति भवन में कैंप लगाया गया था. अनुमान लगाया जा रहा है कि इसके जरिए 80 से अधिक वर्कर पोर्टल से जोड़े गए हैं.
श्रम और रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने कैंप का उद्घाटन किया था. उन्होंने कहा कि अनऑर्गनाइज्ड वरकर्स के नेशनल डेटाबेस (ई-श्रम पोर्टल) से सरकार को टार्गेटेड डिलीवरी करने में मदद मिलेगी. यह लाखों मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा के लिहाज से बड़े बदलाव लाएगा.
मिनिस्टर ने कहा, ‘पोर्टल पर अब तक 27 लाख अनऑर्गनाइज्ड वर्कर रजिस्टर हो चुके हैं. इस संख्या में वृद्धि के लिए केंद्र सभी राज्य सरकारों और प्रक्रिया में शामिल लोगों के साथ मिलकर काम कर रहा है.’ पोर्टल पर पंजीकरण कराने वालों को दो लाख रुपये तक का एक्सिडेंटल इंश्योरेंस कवर मिलता है.
रजिस्ट्रेशन कराने पर मजदूरों को ई-श्रम कार्ड मिलता है, जिसपर 12 अंकों का यूनीक नंबर होता है. राज्य सरकारें और विभाग पंजीकृत हो चुके मजदूरों की जानकारियां आपस में शेयर करेंगे. पोर्टल से मिला कार्ड देशभर में मान्य होगा. ई-श्रम पोर्टल के लिए मंत्रालय ने NIC के साथ पार्टनरशिप की है.
सरकार एक आदेश भी ला सकती है, जिसके बाद एंप्लॉयर के लिए अपने यहां काम कर रहे सभी अनऑर्गनाइज्ड वर्कर्स का पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य हो जाएगा.