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बैंकों पर RBI के अप्रैल 2021 के दिशानिर्देशों के अनुसार, जो प्रमोटर्स मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर या पूर्णकालिक निदेशक हैं वो 12 साल से ज्यादा समय तक अपने पदों पर नहीं बने रह सकते है लेकिन RBI चाहे तो कार्यकाल को 15 साल तक बढ़ाया जा सकता है. कार्यकाल बढ़ाने की मंजूरी देते समय RBI यह चेक करता है कि बैंक ने उनके कार्यकाल में कितनी तरक्की की है.
जियो मार्ट ब्रांड के माध्यम से कंपनी ऑनलाइन और ऑफ़लाइन रिटेलिंग में भी है. आजियो डॉट कॉम भी रिलायंस का ही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है जिसके ज़रिए रिटेल कारोबार की लोगों तक पहुंच बनाने की कोशिश की जा रही है.
RS Software के शेयर में क्यों आई दमदार तेजी? एयर इंडिया के पायलटों ने रतन टाटा को क्यों लिखी चिट्ठी? Uday Kotak को लेकर RBI किस बात की समीक्षा कर सकता है? अदानी ग्रुप को 5जी सेवा शुरू करने में क्यों हो रही हैं दिक्कतें?
सेबी ने इस कंस्लटेशन पेपर पर सभी भागीदारों की राय मांगी थी. उधर शेयर एक्सचेंजों ने बाजार में ट्रेड करने वाले ऐसे ट्रेडर्स की पहचान के लिए प्रक्रिया शुरू की गई थी जिनका शेयर बाजार में एक्सपोजर उनकी घोषित आय से ज्यादा है. एक्सचेंजो ने ब्रोकर्स से ऐसे सभी ट्रेडर्स की जानकारी देने के लिए कहा है.
क्यों नहीं हो रही Reliance Jio की लिस्टिंग? Debt Free होने के बाद फिर कर्ज क्यों लेने की तैयारी कर रही है Reliance Industries? हर AGM के बाद क्यों गिर जाता है RIL का शेयर?
अदानी ग्रुप की ओर से लेंडर्स और रेग्युलेटर्स को हाल में जमा किए गए नोट के मुताबिक मार्च अंत तक नेट कर्ज 1.95 लाख करोड़ रहने का अनुमान है क्योंकि वित्त वर्ष 2023 में ग्रुप ने 23,590 करोड़ रुपए के कर्ज का भुगतान किया है. शेयरों के सेंटिमेंट को सुधारने के लिए कर्ज में लगातार कमी ग्रुप के लिए काफी अहम है. और यह मंगलवार को ग्रुप के शेयरों में देखने को मिला भी है.
Unichem Labs में हिस्सा खरीद से क्यों लुढ़का IPCA Labs का शेयर? Future Retail को खरीदने के लिए कितनी कंपनियों ने लगाई बोली? कौन कर रहा है Google को कड़ी टक्कर देने की तैयारी?
पूरे वित्त वर्ष 2022-23 की बात करें तो रिलायंस इंडस्ट्रीज को 66702 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है जो वित्त वर्ष 2021-22 में हुए मुनाफे के मुकाबले 9.87 फीसद ज्यादा है.
पेटीएम के शेयर गुरुवार को 3.84 फीसदी चढ़कर दिन के उच्चतम स्तर 669 रुपये पर पहुंच गए. बुधवार की क्लोजिंग से ये 34 फ़ीसदी ज़्यादा है.
जोमेटो ने कहा कि इस विवाद की वजह से उसके राजस्व पर 1 फीसद से भी कम का असर पड़ा. इस घोषणा के बाद जोमेटो के शेयरों में भी मामूली तेज़ी देखने को मिली.