एडटेक कंपनी बायजू के संस्थापक बायजू रवींद्रन कंपनी के सीईओ बने रहेंगे. यह जानकारी खुद बायजू रवींद्रन ने अपने कर्मचारियों को दी है. रवींद्रन ने खुद को सीईओ पद से हटाए जाने की मीडिया रिपोर्ट्स को अफवाह बताया है. इतना ही नहीं, उन्होंने शुक्रवार को हुई ईजीएम को तमाशा भी बताया है.
कंपनी के कर्मचारियों को लिखा लेटर
बायजू रवींद्रन ने इस पत्र में लिखा, ‘मैं कंपनी के सीईओ होने के नाते यह पत्र आपको लिख रहा हूं. मैं बायजू का सीईओ बना रहूंगा. मैनेजमेंट और बोर्ड नहीं बदलेगा. बिजनेस भी पहले जैसा ही चलता रहेगा. मै जानता हूं कि खिलाफ मीडिया ट्रायल चल रहा है. मगर, सच जल्द ही सामने आ जाएगा. बायजू के 170 शेयरहोल्डर्स में से केवल 35 (लगभग 45 फीसदी शेयरहोल्डिंग) ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. इससे साफ हो जाता है कि इस बैठक को ज्यादा समर्थन नहीं मिला है. उन्होंने आगे लिखा, ‘कर्नाटक हाई कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा है कि बैठक के दौरान लिए गए किसी भी निर्णय को समाधान होने तक प्रभावी नहीं किया जाएगा. इस पूरे गैर जरूरी नाटक के बावजूद मैनेजमेंट अपना पूरा ध्यान कंपनी को सही तरह से चलाने लगाए हुए है.’
ईजीएम के बाद रवींद्रन को हटाने का हुआ था ऐलान
दरअसल, कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने कंपनी की हालत देखते हुए एक बैठक रखी थी , जिसमें बायजू रवींद्रन और उनके परिवार के सदस्य शामिल नहीं हुए थे. इस बैठक के बाद, बायजू रवींद्रन को सीईओ पद और बोर्ड से हटाने की बात कही गई थी. लेकिन अब रवींद्रन ने कंपनी के कर्मचारियों को एक पत्र लिख कर जानकारी दी है कि वह सीईओ हैं और इस पद पर बने रहेंगे. उन्होंने आगे लिखा कि कंपनी के मैनेजमेंट में कोई बदलाव नहीं होगा. और शुक्रवार को हुई बैठक को उन्होंने बस तमाशा बताया.
बैठक के फैसले वैध नहीं: रवींद्रन
बायजू रवींद्रन ने कहा कि यह ईजीएम यह ईजीएम कंपनी के आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन द्वारा निर्धारित उचित प्रक्रिया के उल्लंघन के साथ कि गई थी .ऐसे में, इस बैठक के फैसले को वैध नहीं माना जाएगा. उन्होंने कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा कि जिस तरह आप सभी खिलाड़ियों की सहमति के बिना खेल के नियमों को बीच में नहीं बदल सकते, ठीक उसी तरह हम नियमों का पालन किए बिना कंपनी को चलाने के तौर-तरीकों में बदलाव नहीं कर सकते. ये बात बैठक में शामिल लोगों को समझ लेना चाहिए. दूसरी तरफ, हाई कोर्ट ने कहा था कि ईजीएम में पारित किया जाने वाला कोई भी प्रस्ताव 13 मार्च को बायजू की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड की याचिका की अंतिम सुनवाई और निपटान तक मान्य नहीं होगा.