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अप्रैल में विदेशी निवेशकों की वापसी से भारतीय शेयर बाजार में तेजी का माहौल बनता हुआ दिखाई दिया. लेकिन ऐसा नहीं है कि विदेशी निवेशक हर सेक्टर में बराबर निवेश कर रहे हैं. अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो शुरुआती 15 दिन में FIIs के कुल निवेश का 50 फीसद निवेश अकेले फाइनेंशियल सेक्टर में देखने को मिला है.
वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में कोटक बैंक, आईडीएफसी बैंक, आरबीएल बैंक, सेंट्रल बैंक और आईडीबीआई ने किया शानदार प्रदर्शन.
घोटाले से पहले स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र में कार्वी बड़ी कंपनी थी. ब्रोकिंग कंपनी ने अपने ग्राहकों के बिना बताए फाइनेंस कंपनियों को शेयर गिरवी रखकर कर्ज उठा लिया. कंपनी ने सितंबर 2016 में 789.41 करोड़ रुपए का कर्ज लिया. कर्ज की यह रकम लगातार बढ़ती चली गई.
Rel Cap को खरीदने के लिए कितनी बोलियां आईं? अधिग्रहण के बाद क्यों टूटा IPCA Labs का शेयर? गुजरात सरकार ने पॉलिसी में क्या बदलाव किया? देखिए वीडियो-
टेलीकॉम टावर चलाने वाली कंपनी इंडस टावर्स वोडाफोन आइडिया पर बकाया रकम का भुगतान करने पर जोर दे रही है. Indus Towers वोडाफोन आ को नए पेमेंट प्लान की भी मंजूरी भी नहीं देगी.
बायबैक की घोषणा के बाद Wipro के शेयर में कितनी तेजी रही? Glenmark Life के शेयर ने क्यों बनाया 52 वीक हाई? Hindustan Zinc की बैलेंस शीट में पहली बार क्यों दिखा नेट कर्ज?
चौथी तिमाही में कंपनी के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे हैं. इस दौरान कंपनी का मुनाफा 3,087.30 करोड़ से घटकर 3,074. 50 करोड़ रुपए रहा. सालाना आधार पर इसमें 0.4 फीसद की कमी आई.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ एन्टिटीज में शेयरधारक होने के अलावा विनोद अदानी का कारमाइकल माइन और इससे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवलपमेंट में कोई मैनेजमेंट रोल नहीं था.
आंकड़ों पर गौर करें तो HDFC Life के नेट प्रीमियम और नए बिजनेस से आय (VNB) की ग्रोथ काफी दमदार रही. इसके बावजूद चौथी तिमाही में HDFC Life का मुनाफा एक दम सपाट रहा है. साल दर साल कंपनी का मुनाफा 357.5 करोड़ रुपए से केवल 0.3 फीसद बढ़ा है और 358.6 करोड़ रुपए पर रहा.
Adani Group को लेकर क्या है नया अपडेट? Reliance Capital को खरीदने के लिए कितनी कंपनियों ने लगाई बोली? Vodafone Idea के शेयर की तेजी कितनी टिकाऊ?