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इराक और सऊदी अरब के मुकाबले सस्ता तेल मिलने की वजह से भारत काफी लंबे समय से रूस से तेल खरीद रहा है
अप्रैल-नवंबर, 2023 में देश की बिजली खपत करीब नौ फीसद बढ़कर रही 1099 अरब यूनिट
कोयला आधारित संयंत्रों में कम स्टॉक होने और बिजली उत्पादन के लिए होने वाले मिश्रण के लिए आयात संबंधी केंद्र सरकार के निर्देश के बीच कई निविदाएं जारी की गई थीं
ब्रेंट क्रूड की कीमतों में भारी गिरावट के बीच मिडल-ईस्ट पहुंचे रूस के राष्ट्रपति
एलडीईएस काउंसिल का अनुमान है कि दीर्घकालीन ऊर्जा भंडारण उद्योग का आकार 2040 तक 4,000 अरब डॉलर का हो जाएगा.
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते इस कंपनियों को भारी नुकसान हुआ.
भारत के इस्पात मील इस समय ऑस्ट्रेलिया समेत कई शीर्ष आपूर्तिकर्ता से आपूर्ति की कमी और कीमते बढ़ने की समस्या से जूझ रहे हैं
वित्तवर्ष 2025-26 से CNG-PNG में कंप्रेस्ड बायो गैस (CBG) के मिश्रण की शुरुआत होगी और शुरुआत में CNG-PNG में 1 फीसद CGB का मिश्रण किया जाएगा
देश में बिजली की अधिकतम मांग पहले ही 240 गीगावाट तक पहुंच गई है और वर्ष 2030 तक यह मांग दोगुनी होने की संभावना है.
एसएईडी के रूप में लगाया जाने वाला कर 9,800 रुपये प्रति टन से घटाकर 6,300 रुपये प्रति टन कर दिया गया