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करीब डेढ़ साल से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है.
घरेलू क्रेडिट रेटिंग एंजेंसी इक्रा की एक हालिया रिपोर्ट से इंधन के सस्ता होने का अंदाजा लगाया जा रहा है.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जितने दाम घटे, घरेलू मार्केट में उतनी कटौती नहीं
भारत ने अभी तक वैश्विक प्रतिबंधों के तहत आने वाले किसी भी देश से कच्चे तेल की खरीदारी नहीं की है.
कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में लगातार जारी गिरावट को देखते हुए क्रूड स्टोरेज की रणनीति में बड़ा बदलाव किया है.
भारत अपने आयात स्रोतों में विविधता लेकर आया है और देश सबसे सस्ती उपलब्ध दरों पर खरीदारी करेगा: हरदीप सिंह पुरी
सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों तेल विपणन कंपनियों ने पिछले 21 महीनों से पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है.
डीजल और विमान ईंधन (एटीएफ) के निर्यात पर शुल्क घटाकर शून्य कर दिया है.
अक्टूबर में पेट्रोल और डीजल दोनों की मांग बढ़ी थी लेकिन नवंबर में डीजल की खपत 7.5 प्रतिशत गिर गई थी.
पिछले कुछ वर्षों में स्पॉट टेंडर के जरिए कच्चे तेल की खरीद में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.