RBI का ये कदम भारत के डिजिटलीकरण के सफर में एक बड़ी छलांग है. रिजर्व बैंक ने डिजिटल ट्रांजैक्शंस की राह में बनी एक बड़ी अड़चन खत्म कर दी है.
यहां हम आपको पैसों को लेकर मन में बने हुए डर (Financial Fears) और उनसे निपटने के तरीकों के बारे में बता रहे हैं.
SBI की एक रिपोर्ट से पता चल रहा है कि बैंक में डिपॉजिट्स 2020-21 के दौरान बढ़कर 2.9 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गए हैं.
स्टार्टअप्स का उभार देश में फल-फूल रही आंत्रप्रेन्योरशिप की भावना का संकेत देता है. इसने ऐसे युवाओं को एक नई दिशा दी है जो कि अपनी रेगुलर जॉब से संतुष्ट नहीं हैं
वित्त मंत्री की अध्यक्षता में बीमा कंपनियों के साथ होने वाली इस बैठक में PMJJBY और PMSBY के क्लेम्स के जल्द निस्तारण पर चर्चा की जाएगी.
अगर आपको ड्राइविंग बहुत अच्छी नहीं आती या सीख रहे हैं तो पुरानी कार खरीदने में भलाई है क्योंकि पुरानी कार में डेंट पड़ जाए तो अफसोस कम होता है.
मार्केट की स्थितियों के आधार पर पोर्टफोलियो में बदलाव करते रहने की इस रणनीति को डायनेमिक एसेट एलोकेशन (Dynamic Asset Allocation) कहा जाता है.
NACH एक बल्क पेमेंट सिस्टम है जिसे NPCI चलाता है. NACH डिविडेंड पेमेंट, इंटरेस्ट, सैलरी और पेंशन जैसे क्रेडिट ट्रांसफर्स की सहूलियत देता है.
बॉन्ड से मिलने वाले ब्याज को बॉन्ड यील्ड कहा जाता है. बॉन्ड पर पहले से तय दर पर ब्याज मिलता है. इसमें बदलाव नहीं होता है.
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि Home Loan पर कम ब्याज दरों का दौर अगले छह महीने से लेकर एक साल तक जारी रह सकता है.