तुअर की कीमतों में तेजी

जनवरी के दौरान अबतक तुअर के भाव में 20 फीसद से ज्यादा की तेजी आ चुकी है.

India to import tur, urad from Myanmar in January-February

तुअर की सरकारी खरीद को लेकर केंद्र सरकार की घोषणा के बाद कृषि उपज मंडियों में तुअर का भाव बढ़ना शुरू हो गया है. जनवरी के दौरान अबतक भाव में 20 फीसद से ज्यादा की तेजी आ चुकी है. कर्नाटक की कलबुर्गी मंडी में जनवरी की शुरुआत में तुअर का मॉडल भाव 8,110 रुपए प्रति क्विंटल था, जो कि अब बढ़कर 9,850 रुपए हो गया है. जनवरी के पहले हफ्ते में ही सरकार ने किसानों से तुअर खरीद के लिए नए पोर्टल को लॉन्च किया था. किसानों से तुअर की खरीद बाजार भाव पर होगी, जिस वजह से कीमतों में तेजी देखी जा रही है. तुअर का भाव बढ़ने से दालों की महंगाई और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.

आवक में बढ़ोतरी के बावजूद भाव में उछाल

जानकारों का कहना है कि बाजार में तुअर की आवक में बढ़ोतरी के बावजूद कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है. 2023-24 सीजन के लिए सरकार ने तुअर का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 7,000 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है. तुअर की कीमतों में आई तेजी से किसानों को कुछ राहत मिली है. पूर्व में इसकी कीमत में आई गिरावट की वजह से वह चिंतित थे.

4 जनवरी को लॉन्च किया था खरीद पोर्टल

गौरतलब है कि सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य या बाजार मूल्य उनमें से जो भी ज्यादा हो उस पर बफर स्टॉक के लिए NAFED और NCCF जैसी एजेंसियों के जरिए किसानों से सीधे दाल खरीदने के लिए 4 जनवरी को एक पोर्टल लॉन्च किया था. हालांकि सरकार ने घोषणा कर दी है, लेकिन अभी तक खरीद शुरू नहीं हो पाई है. कारोबारियों का कहना है कि किसानों से तुअर की खरीद में तेजी लानी चाहिए क्योंकि किसानों के पास भंडारण की क्षमता उपलब्ध नहीं है. 2023 के दौरान मानसून में देरी की वजह से तुअर की बुआई प्रभावित हुई थी. पहले अग्रिम अनुमान के अनुसार तुअर का उत्पादन करीब 34.21 लाख टन होने का अनुमान है, जो कि पिछले साल के उत्पादन 33.12 लाख टन से थोड़ा ज्यादा है.

Published - January 23, 2024, 07:04 IST