अनुमान से ज्यादा होगा चीनी उत्पादन, इथेनॉल के लिए छूट दे सरकार: ISMA

जनवरी के अंत में ISMA की तरफ से भी चीनी उत्पादन को लेकर दूसरा अनुमान जारी किया जाएगा.

अनुमान से ज्यादा होगा चीनी उत्पादन, इथेनॉल के लिए छूट दे सरकार: ISMA

देश में चीनी उद्योग के संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन यानी ISMA ने कहा है कि मौजूदा चीनी वर्ष 2023-24 के लिए पहले जितनी चीनी उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा था, उत्पादन उससे अधिक होगा. ISMA के मुताबिक उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में मौसम गन्ने की फसल के अनुकूल बना हुआ है, जिस वजह से इन राज्यों में गन्ना आयुक्तों ने अपने यहां चीनी उत्पादन के अनुमान में 5-10 फीसद बढ़ोतरी की है. जनवरी के अंत में ISMA की तरफ से भी चीनी उत्पादन को लेकर दूसरा अनुमान जारी किया जाएगा, जिसमें पिछले अनुमान के मुकाबले ज्यादा चीनी उत्पादन का आंकड़ा पेश किया जा सकता है.

हालांकि 15 जनवरी तक देश में हुए चीनी उत्पादन को देखें, तो ज्यादा मिलों के संचालन के बावजूद इस साल उत्पादन पिछले साल के मुकाबले कम है. ISMA के मुताबिक 15 जनवरी तक देशभर में 520 मिलों में गन्ने की पेराई का काम दर्ज किया गया है और चीनी उत्पादन 149.52 लाख टन हुआ है. पिछले साल इस दौरान 515 मिलों में पेराई का काम चल रहा था और उत्पादन 157.87 लाख टन दर्ज किया गया था. इस साल महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन सबसे ज्यादा पिछड़ा हुआ है. 15 जनवरी तक महाराष्ट्र में 50.73 लाख टन चीनी उत्पादन दर्ज किया गया है, जबकि पिछले साल इस दौरान 60.26 लाख टन चीनी का उत्पादन हो गया था.

ISMA ने इस साल अनुमान से ज्यादा चीनी उत्पादन का हवाला देते हुए सरकार से मांग की है कि इथेनॉल उत्पादन के लिए गन्ने के रस के डायवर्जन के नियमों में ढील दें. ISMA ने सरकार से मांग की है कि इथेनॉल उत्पादन के लिए अतिरिक्त 10-12 लाख चीनी के डायवर्जन की अनुमति दे. ISMA ने इसके अलावा सरकार से यह भी कहा है कि मक्का से इथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के बजाय गन्ने से इथेनॉल उत्पादन को ज्यादा बढ़ावा दें, क्योंकि मक्का के मुकाबले यह सस्ता है. इसके अलावा गन्ने के रस और सीरे से तैयार होने वाले इथेनॉल का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग भी की गई है.

Published - January 23, 2024, 07:04 IST