उत्तराखंड सरकार ने बुधवार को वर्तमान पेराई सत्र 2023-.24 के लिए गन्ने की अगेती तथा सामान्य प्रजाति का राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) क्रमशः 375 और 365 रुपये प्रति क्विंटल घोषित कर दिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में यहां हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला किया गया. प्रदेश के मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू ने बताया कि पिछले पेराई सत्र 2022-23 के मुकाबले गन्ने के मूल्य में 20 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गयी है.
उन्होंने बताया कि गन्ने की अगेती प्रजाति के लिए 375 रुपये प्रति क्विंटल तथा सामान्य प्रजाति के लिए 365 रुपये प्रति क्विंटल का मूल्य तय किया गया है. कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने भी गन्ने के मूल्य में पिछले साल के मुकाबले 20 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि करते हुए अगेती किस्म के लिए 370 रुपये प्रति क्विंटल का राज्य परामर्श मूल्य निर्धारित किया था. इसके कारण उत्तराखंड सरकार पर पड़ोसी उत्तर प्रदेश से ज्यादा गन्ना मूल्य घोषित करने का दबाव था.
उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में 2023-24 (अक्टूबर से सितंबर) सीजन के लिए गन्ने की सभी किस्मों का सरकारी भाव (SAP) 20 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाकर करीब 370 रुपए कर दिया था. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश देश के सबसे बड़े गन्ना उत्पादक राज्यों में से एक है और यहां सबसे ज्यादा निजी चीनी मिलें हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की यूपी सरकार ने आखिरी बार 2021-22 के शुगर सीजन के लिए विधानसभा चुनाव से पहले 2021 में गन्ने का सरकारी भाव 25 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया था.
बता दें कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और कर्नाटक उन राज्यों में से हैं जो इनपुट लागत या SAP के आधार पर गन्ना खरीद का मूल्य तय करते हैं. दूसरी ओर अन्य राज्य कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिश पर केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए उचित और लाभकारी मूल्य का पालन करते हैं.