चेक जारी करने में भारी पड़ेगी ये लापरवाही

चेक बाउंस होने पर हो सकती है दो साल की सजा और जुर्माना.

चेक जारी करने में भारी पड़ेगी ये लापरवाही

निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 ((NIA) की धारा 138 के तहत चेक बाउंस होना एक कानूनी अपराध है.

निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 ((NIA) की धारा 138 के तहत चेक बाउंस होना एक कानूनी अपराध है.

अगर आप चेक से लेनदेन करते हैं तो अब सावधान हो जाएं. चेक भरने में लापरवाही या फिर बैंक खाते में पर्याप्त रकम न होने की वजह से चेक बाउंस होता है तो इसका आपको बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. हाल ही में चेक बाउंस होने के अलग-अलग मामले सामने आए हैं. इन मामलों में चेक जारी करने वाले को कोर्ट की तरफ से सजा सुनाई गई है. महाराष्ट्र के ठाणे जिले में हुए चेक बाउंस के मामले ने कोर्ट ने शख्स को दोगुनी राशि भुगतान करने का आदेश दिया है. साथ ही 3 महीने की जेल की सजा भी सुनाई गई है. गुजरात जिला न्यायलय ने भी एक व्यक्ति को 1 साल की सजा सुनाई है. इन सब मामलों से पता चलता है कि आपकी जरा सी लापरवाही आपको सलाखों के पीछे डाल सकती है.

क्या है कानून?

निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 ((NIA) की धारा 138 के तहत चेक बाउंस होना एक कानूनी अपराध है. चेक बाउंस होने पर 2 साल तक की सजा हो सकती है. चेक काटने वाले को इंडियन पीनल कोड (IPC) की धारा 357 के तहत जुर्माना भी देना पड़ सकता है. यह जुर्माना चेक की रकम से भी दोगुना हो सकती है. हालांकि इस मामले में जमानत के लिए अपील कर सकते हैं. लेकिन जमानत तक बात न पहुंचे इसलिए चेक काटते वक्त आप कुछ जरूरी बातों का ध्यान रख सकते हैं.

किन बातों का रखें ध्यान?

बैंक में पर्याप्त राशि न होने की वजह से सबसे ज्यादा चेक बाउंस होने के मामले सामने आते हैं. दूसरा कई खातों में निकासी की रकम की सीमा तय होती है. अगर चेक में भरी गई रकम उस लिमिट से ज्यादा है तब भी चेक बाउंस हो सकता है. ऐसे में चेक काटते वक्त यह जरूर ध्यान रखें कि आपके खाते में पर्याप्त राशि है. साथ ही आपके खाते के साथ कोई अधिकतम सीमा तो नहीं बंधी हुई है. चेक जारी करने के बाद भी अगले तीन महीने तक अपने खाते में पर्याप्त राशि बनाएं रखें. चेक जारी होने की तारीख से तीन महीने तक ही भुनाया जा सकता है.

जब भी चेक साइन करें तो याद रखें कि आपको वैसे ही साइन करने हैं, जैसे बैंक की ब्रांच में हैं. अगर कोई गलती हो गई है तो चेक पर ओवर राइट करने से बचें.

चेक पर सबसे नीचे मौजूद सफेद पट्टी पर एक MICR कोड होता है. ध्यान रहे कि आप इस पर साइन, पिन, पेस्ट या फोल्ड न करें. चेक कैंसल करते वक्त MICR बैंड को फाड़ दें और पूरे चेक के ऊपर कैंसल लिख दें.

चेक पर लिखते वक्त शब्दों और डिजिट के बीच ज्यादा स्‍पेस नहीं होना चाहिए. ज्‍यादा स्‍पेस होने के केस में अमांउट के साथ छेड़छाड़ हो सकती है.

चेक में अंक भरते वक्त उसके पीछे ‘/-‘ ऐसा साइन जरूर बनाएं. शब्दों में अमाउंट लिखने के बाद ‘ओनली’ जरूर लिखें.

Published - May 10, 2023, 05:33 IST