ज्यादातर बैंक अपने ग्राहकों को लॉकर की सुविधा देते हैं. इसके बदले ग्राहकों को एक तय शुल्क चुकाना होता है. लॉकर का किराया उसके आकार पर निर्भर करता है. बैंक लॉकर को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कुछ नए नियम तैयार किए हैं. इसके तहत ग्राहकों को अपने बैंकों के साथ एक नए समझौते (रिवाइज्ड लॉकर एग्रीमेंट) पर हस्ताक्षर करने होंगे. इसकी आखिरी तारीख 30 जून, 2023 है. ऐसे में अगर आपने बैंक लॉकर सुविधा ले रखी है तो समझौते को रिन्यू करा लें. बैंकों को इस तय समय सीमा तक कम से कम 50 प्रतिशत ग्राहकों के समझौतों को रिन्यू करना होगा.
एसबीआई ने हाल ही में इस सिलसिले में ट्वीट भी किया. इसमें ग्राहकों से अपील की गई है कि वे अपने बैंक की शाखा में संपर्क करें जहां उन्होंने लॉकर की सुविधा ले रखी है. इस दौरान कई बड़े बैंक लॉकर के लिए किराया दरों में भी बदलाव कर रहे हैं.
क्या हैं नए नियम?
आरबीआई की ओर से जारी नए नियम के तहत बैंक और लॉकर उपयोगकर्ता के बीच एक साझेदारी की जा रही है. जिसके तहत एक एग्रीजमेंट पर साइन करना होगा, इसमें बैंक अपने ग्राहकों को लॉकर का उपयोग करने का अधिकार देंगे. वहीं ग्राहक की जिम्मेदारी होगी कि वे नियमों का उल्लंघन न करें. ग्राहकों को केवल तभी तक लॉकर का उपयोग करने की अनुमति है जब तक वे किराए का भुगतान करते हैं. समझौते के तहत ग्राहक केवल वैध उद्देश्यों के लिए लॉकर्स का उपयोग कर सकते हैं, जैसे आभूषण और दस्तावेज़ों को रखने की अनुमति है. जबकि नकदी या हथियार, ड्रग्स, खराब होने वाली या रेडियोएक्टिव चीजें या कोई ऐसी चीज जो बैंक या अन्य ग्राहकों के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं, इन्हें लॉकर में नहीं कर जा सकता है.
बैंक लॉकर का कितना चार्ज?
एचडीएफसी बैंक लॉकर के आकार, उपलब्धता और स्थानों के आधार पर फीस लागू करता है. मेट्रो और इससे छोटे शहरों में मीडियम साइज के लॉकरों की फीस 3,000 रुपए, बड़े लॉकरों के लिए 7000 रुपए और एक्सट्रा लार्ज लॉकरों के लिए 15,000 रुपए तक का वार्षिक चार्ज तय है. वहीं आईसीआईसीआई बैंक छोटे आकार के लॉकरों के लिए 1,200 से 5,000 रुपए के बीच चार्ज करता है. जबकि मध्यम आकार के लॉकरों के लिए यह शुल्क 2,500-9,000 रुपए के बीच है, जबकि बड़े लॉकर के लिए यह शुल्क 4,000-15,000 रुपए के बीच हो सकता है. एसबीआई अपने ग्राहकों को तीन तरह के लॉकर की सुविधा देता है. बैंक मेट्रो और अरबन ग्राहकों को 2000 रुपए+जीएसटी और ग्रामीण और अर्ध-शहरी ग्राहकों के लिए 1500 रुपए +जीएसटी किराया के रूप में वसूलता है.