मुंबई में सिंगल रनवे वाले छत्रपति शिवाजी महाराज एयरोपोर्ट पर कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. उड्डयन मंत्रालय ने यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए इन उड़ानों को 15 फरवरी से लेकर 30 मार्च तक बंद कर दिया है. देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई के सिंगल रनवे वाले किसी भी एयरपोर्ट की तुलना में सबसे अधिक फ्लाइट्स उड़ान भरती हैं. ऐसे में यहां यात्रियों की भीड़ बहुत ज्यादा होती है. बीते दिसंबर माह में 4.88 मिलियन यात्रियों ने यहां से हवाई यात्रा किया है. अब मंत्रालय ने उड़ानों को बंद करने का फैसला किया है. भारतीय हवाई अड्डे प्राधिकरण द्वारा मुंबई हवाई अड्डे को जारी निर्देश के बाद 30 मार्च तक और भी उड़ानें रद्द की जा सकती हैं.
बढ़ सकता है हवाई किराया
सरकार के इस फैसले का असर हवाई किराये पर पड़ सकता है. फ्लाइट्स को रद्द होने से बाकी फ्लाइट्स की डिमांड बढ़ जाएगी. ऐसे में, फ्लाइट्स की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है. उड्डयन मंत्रालय के अनुसार ये घोषणा फ्लाइट्स के अच्छे से संचालन के लिए की गई है. उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि उन्हें यात्रियों की समस्या का अहसास है. लेकिन यात्रियों को आगे दिक्कत न हो इसलिए ही मंत्रालय ने यह फैसला लिया है.
कौन-कौन सी फ्लाइट्स की गई हैं रद्द?
मंत्रालय के इस फैसले के तहत, विस्तारा व एयर इंडिया ने करीब 17 फ्लाइट्स, इंडिगो एयरलाइंस ने 18 फ्लाइट्स रद्द किए गए हैं. इतना ही नहीं, स्पाइस जेट भी अपनी उड़ानें रद्द करनी पड़ेंगी. मंत्रालय के इस फैसले से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. अकासा एयरलाइंस ने मुंबई जाने वाली 90 फ्लाइट्स को 15 फरवरी से 30 मार्च तक के लिए रद्द कर दिया है. दरअसल, ऐसे यात्री जो पहले से टिकट बुक करवा रखे हैं उन्हें अब दूसरी फ्लाइट्स लेनी पड़ेंगी. हालांकि एयरलाइंस ने उड़ानों रद्द करने के लिए पैसेंजर्स से माफी मांगी है.
अब क्या करेंगे यात्री?
ऐसे पैसेंजर्स जिन्होंने पहले से अपनी फ्लाइट्स टिकटें बुक कर रखी थी, और उनकी फ्लाइट अब कैंसिल हो गई है वे चाहें तो दोबारा फ्लाइट्स बुक कर सकते हैं या फिर अपना पूरा रिफंड ले सकते हैं. इसके लिए यात्रियों को 15 अप्रैल 2024 तक का समय दिया गया है. हवाई अड्डे पर बिजनेस जेट्स के संचालन पर भी रोक लगे गई है जिसे 4 से 8 घंटे तक बढ़ाया गया है. इस फैसले से जेएसडब्ल्यू, रिलायंस जैसे कॉरपोरेट के दिग्गजों ने भी नाराजगी जताई है.