लोगों को अक्सर जरूरी काम के लिए लोन की जरूरत पड़ जाती है. ऐसे में अगर आपका पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) अकाउंट है तो आपको आसानी से लोन मिल सकता है. हालांकि पीपीएफ अकांउट खुलवाने के एक साल पूरा होने के बाद ही आप इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं. पीपीएफ पर लोन लेने के लिए खाताधारक को फॉर्म डी (Form D) भरना होगा. नियमों के मुताबिक, आपके दूसरे साल के आखिर में आपके पीपीएफ अकाउंट में जितने पैसे जमा हैं, उस राशि का 25 फीसदी तक लोन मिल सकता है.
क्या हैं लोन से जुड़े नियम?
पीपीएफ अकाउंट में कुल जमा राशि के 25 फीसदी तक लोन मिल सकता है. आपने जितना लोन लिया है, उसे ब्याज सहित एकमुश्त या किस्तों में चुका सकते हैं. यह शॉर्ट टर्म लोन होता है. पीपीएफ पर लिए गए लोन पर ब्याज सरकार की ओर से तय किए मानक से एक फीसद ज्यादा लिया जाता है और भुगतान तक यही ब्याज निश्चित रहता है. लोन को चुकाने के लिए 36 महीनों का वक्त मिलता है, यानी लोन जारी होने की तारीख से तीन साल के अंदर आपको लोन का भुगतान करना होगा. तय समय में रीपेमेंट न करने पर छह फीसद अतिरिक्त ब्याज लिया जाएगा.
कितना लगेगा ब्याज?
उदाहरण के लिए अमित ने पीपीएफ से लोन लिया है. अभी उन्हें इस निवेश पर 7.1 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा है. इस स्थिति में अमित को इस कर्ज पर 8.1 फीसद की दर से ब्याज चुकाना होगा. अगर अमित कर्ज की रकम को निर्धारित 36 महीने की अवधि में नहीं चुका पाते हैं तो उनसे 6 फीसद अतिरिक्त यानी 13.1 फीसद की दर से ब्याज चुकाना होगा.
कैसे मिलेगा लोन?
PPF खाताधारक एक साल में केवल एक बार ही लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. दूसरा लोन तब ही मिलेगा जब पहले लोन को आपने चुका दिया हो. अगर आपका PPF अकाउंट एक्टिव नहीं है तो उस पर लोन नहीं ले सकते हैं. इसके अलावा अगर नाबालिग या मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम पर अकाउंट खुला है तो अभिभावक उसकी ओर से लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. लोन लेने के लिए अकाउंट होल्डर को फॉर्म डी (Form D) भरकर जमा कराना होगा. इसमें अकाउंट नंबर, लोन अमाउंट और अकाउंट होल्डर के साइन होने चाहिए. इसके साथ पीपीएफ अकाउंट की पासबुक भी लगानी होगी. इसके बाद जिस भी बैंक/पोस्ट ऑफिस ब्रांच में आपका PPF अकाउंट है, वहां जमा कराना होगा.