दवाइयों से लेकर खाने पीने तक हर चीज की एक शेल्फ लाइफ रहती है. एक तय समय के बाद इनका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. ठीक इसी तरह खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाले गैस सिलेंडर को यूज करने के भी मानक हैं. चूंकि ये कठोर धातु से बने हैं इसलिए इसकी एक्सपायरी डेट नहीं होती है, लेकिन एक निश्चित समय में इनकी जांच जरूरी होती है. यही वजह है कि सिलेंडर पर कुछ खास नंबर और अंग्रेजी के अल्फाबेट्स लिखे रहते हैं. इनमें सिलेंडर से जुड़ी अहम जानकारी छिपी होती है. इनके जरिए आप न सिर्फ सिलेंडर का वजन चेक कर सकते हैं, बल्कि टेस्ट ड्यू डेट भी जान सकते हैं.
क्या है सिलेंडर पर लिखे नंबर और अल्फाबेट्स का मतलब?
गैस सिलेंडर के ऊपरी हिस्से में तीन पट्टियां होती हैं. एक में इसका वजन लिखा रहता है तो वहीं दूसरे में इसमें टेस्ट ड्यू डेट लिखी होती है. उदाहरण के तौर पर A-23, B-23, C-24 लिखा रहता है. ये एक तरह का कोड होता है. ABCD अक्षर महीने को दर्शाते हैं और उसके पीछे लिखे नंबर्स साल की जानकारी देते हैं. ये सिलेंडर की सेहत के बारे में बताते हैं, यानी इस कोड के जरिए आप जान सकते हैं कि सिलेंडर कितना पुराना है और इसकी जांच कब होनी है. इसे टेस्ट ड्यू डेट भी कहते हैं.
इन महीनों को दर्शाते हैं ये अल्फाबेट्स
A – जनवरी से मार्च के महीने को दर्शाता है
B – अप्रैल से जून के महीने को दर्शाता है
C – जुलाई से सितंबर के महीने को दर्शाता है
D – अक्तूबर से दिसंबर के महीने को दर्शाता है
वहीं इन अल्फाबेट के आगे जो अंक लिखे होते हैं वो साल की जानकारी देते हैं. उदाहरण के तौर पर अगर आपके गैस सिलेंडर पर B-23 लिखा है तो इसका मतलब है आपके रसोई गैस सिलेंडर की जांच साल 2023 में अप्रैल से जून महीने के बीच होगी.
कितनी होती है सिलेंडर की उम्र?
एक रसोई गैस सिलेंडर की उम्र आमतौर पर 15 साल होती है. इस अवधि में उसकी दो बार टेस्टिंग की जाती है. पहली जांच 10 साल बाद और दूसरी 5 साल बाद की जाती है. टेस्टिंग डेट के जरिए कंपनियां ये तय करती हैं सिलेंडर सही है या नहीं है. इससे गैस लीक तो नहीं हो रही या इसमें अन्य किसी तरह की दिक्कत तो नहीं हैं? और क्या इसे अभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है या नहीं?
ध्यान रखें, अगर आप एक्सपायरी डेट के बाद भी सिलेंडर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो ये खतरनाक हो सकता है. आपको सिलेंडर लेते वक्त न केवल उसका वजन कराना चाहिए, लीकेज की जांच करनी चाहिए, बल्कि इन नंबर्स के जरिए उसकी एक्सपायरी डेट भी चेक कर लेनी चाहिए क्योंकि ऐसा न करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है. इससे अनहोनी होने का खतरा हो सकता है. ऐसे में इस कोड की जांच कर लेनी चाहिए.