यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने जेवर एयरपोर्ट के करीब लगभग 400 रेजिडेंशियल प्लॉट के लिए लॉटरी ड्रॉ निकालकर अलॉटमेंट किया है. प्राधिकरण ने 25 जून को लॉटरी ड्रॉ के विजेताओं के नाम का ऐलान किया. दरअसल, रेजिडेंशियल प्लॉट स्कीम 2021 के नतीजों का ऐलान मई में ही होना था लेकिन महामारी की वजह से इसे टाला गया था. इस स्कीम में 60 स्क्वेयर फीट से 4,000 स्केवेयर फीट तक के प्लॉट मिल रहे थे.
रजिस्ट्रेशन के वक्त आवेदकों को 10 फीसदी रकम जमा करानी थी. YEIDA के प्लॉट अलॉटमेंट में पेमेंट के कई विकल्प होते हैं. अगर आप लॉटरी ड्रॉ में अलॉटमेंट की जानकारी पाना चाहते हैं तो YEIDA की वेबसाइट पर यहां जाकर इसकी जानकारी पा सकते हैं. इसके लिए आपके पास एप्लीकेशन आईडी होनी चाहिए.
प्लॉट के रजिस्ट्रेशन फीस के साथ प्रीमियम की कुल 100 फीसदी की रकम का भुगतान अलॉटमेंट लेटर मिलने के 60 दिन यामी दो महीने के अंदर करना होता है. आम तौर पर अलॉटमेंट में ये विकल्प चुनने वाले आवेदकों को प्राथमिकता दी जाती है क्योंकि कुछ ही समय में पूरा पेमेंट करना होता है.
अलॉटमेंट पाने वालों के पास दूसरा विकल्प है 50 फीसदी प्रीमियम 60 दिन के भीतर चुकाना होगा और बाकी 50 फीसदी रकम को 61वें दिन के बाद हर छमाही में दो बार में बराबर किस्त में चुकाना होगा. यानी, एक साल के अंदर 25-25 फीसदी किस्त को चुकाना होगा.
तीसरे विकल्प के तहत ग्राहक प्लॉट के कुल प्रीमियम का 30 फीसदी रकम रजिस्ट्रेशन फीस के साथ 60 दिन के अंदर चुका सकते हैं जबकि बाकी 70 फीसदी रकम को 10 किस्तों में हर छमाही चुकाना होगा. यानी, इस रकम को चुकाने के लिए 5 साल का वक्त मिलेगा.
YEIDA प्राधिकरण के मुताबिक रेजिडेंशियल प्लॉट के लिए तकरीबन 50,000 आवेदन मिले थे और इंडस्ट्रियल प्लॉट के लिए 4,200 आवेदन मिले थे. हालांकि, 4,000 वर्ग मीटर के 11 प्लॉट के लिए सिर्फ 6 आवेदन मिले थे और 2,000 वर्ग मीटर के 16 प्लॉट के लिए सिर्फ 2 आवेदन आए थे.
यमुना एक्सप्रेसवे 165 किलोमीटर लंबा है और दिल्ली और आगरा को जोड़ता है. इसी के करीब जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भी विकसित किया जाना है. इसकी कुल लंबाई में 6 टोल प्लाजा और 5 LFDs (ग्रांट के लिए जमीन) का प्लान है. YEIDA के अंतर्गत कुल 2689 वर्ग किलोमीटर का इलाका आता है जो 6 जिलों में फैला है. इसका विकास 2 चरणों में होना है.