स्वेज कैनाल संकटः क्या पेट्रोल-डीजल की कीमतों में फिर आएगी तेजी?

भारत हर रोज स्वेज कैनाल के जरिए 5 लाख बैरल तेल हासिल करता है. स्वेज कैनाल में कंटेनर शिप के फंसने से क्रूड सप्लाई पर असर पड़ रहा है.

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PTI

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पेट्रोल और डीजल की घरेलू कीमतों में तेजी के दौर में पिछले कुछ दिनों से लगाम लगी हुई थी. बल्कि, इनकी कीमतों में मामूली गिरावट भी हुई और ग्राहकों को इससे थोड़ी राहत भी मिली. लेकिन, अब ऐसा लग रहा है कि तेल के दाम फिर से तेजी की ओर बढ़ सकते हैं. इसकी वजह स्वेज कैनाल (suez canal) में विशालकाय जहाज के फंसने की वजह से पैदा हुआ संकट है. शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय मार्केट में तेल की कीमतों में 3 फीसदी का उछाल आया है. ऐसी आशंकाएं पैदा हो रही हैं कि इस जहाज को स्वेज कैनाल (suez canal) से निकालने में दो हफ्ते तक का वक्त लग सकता है. इन चिंताओं के चलते क्रूड के दाम ऊपर चढ़े हैं.
स्वेज कैनाल (suez canal) में इस जहाज के फंसे होने के चलते रास्ता अवरुद्ध हो गया है और कंटेनरों से लदे जहाजों की कतार लग गई है और स्वेज कैनाल (suez canal) में जहाजों का जाम लग गया है.
भारत में इस वजह से क्रूड की कीमतों के ऊपर जाने की आशंका बनी हुई है क्योंकि भारत स्वेज कैनाल के जरिए क्रूड हासिल करने में सबसे ऊपर है. यहां तक कि भारत स्वेज (suez canal) के जरिए चीन से भी ज्यादा तेल हासिल करता है. भारत के क्रूड का दो-तिहाई से ज्यादा हिस्सा खाड़ी देशों से आता है. आंकड़ों के मुताबिक, भारत हर रोज 5 लाख बैरल तेल स्वेज कैनाल के जरिए हासिल करता है. ऐसे में अगर स्वेज में फंसे जहाज को जल्द नहीं निकाला जाता है तो इसका सीधा असर भारत आने वाले क्रूड की सप्लाई पर पड़ेगा. इसके चलते तेल के दाम भी ऊपर चढ़ सकते हैं.
हालांकि, कोविड-19 की दूसरी लहर फैलने के चलते यह डर पैदा हो रहा था कि दुनियाभर में तेल की डिमांड घट सकती है. इसके चलते पिछले कुछ दिनों से तेल की कीमतों में गिरावट का ट्रेंड बना हुआ था. लेकिन, स्वेज कैनाल के इस संकट से क्रूड की सप्लाई को लेकर चिंताएं पैदा हुई हैं और इससे तेल ऊपर चढ़ रहा है.
यह भी आशंका जताई जा रही है कि घरेलू मोर्चे पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी फिर से तेजी का सिलसिला शुरू हो सकता है.
शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड का दाम 3.4 फीसदी गिरकर 64.07 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था. जबकि, इससे एक दिन पहले यह 3.8 फीसदी नीचे गिरा था.
ईजिप्ट की स्वेज कैनाल (suez canal) अथॉरिटी ने शुक्रवार को कहा है कि कैनाल में फंसे हुए कंटेनर जहाज को निकालने का काम तब शुरू होगा जबकि ड्रेजिंग का काम पूरा हो जाएगा. अथॉरिटी ने कहा है कि इस जहाज को निकालने में हफ्तों का वक्त लग सकता है.

Published - March 28, 2021, 02:39 IST