क्या है स्टार्टअप सीड फंड? आप भी ऐसे उठा सकते हैं फायदा

सरकार ने नए स्टार्टअप्स को मदद देने के लिए स्टार्टअप सीड फंड लॉन्च किया है. इसके जरिए देश के करीब 3,600 स्टार्टअप्स को फायदा होगा.

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Startup India Seed Fund: अगर आप कोई स्टार्टअप चला रहे हैं और कुछ इनोवेशन कर रहे हैं तो सरकार इस काम में आपकी मदद करने वाली है. सरकार इसके लिए आपको वित्तीय मदद मुहैया कराएगी. सोमवार को केंद्र सरकार ने इसी मकसद से स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम (SISFS) को लॉन्च किया है. इसके लिए केंद्र सरकार ने 945 करोड़ रुपये का फंड आवंटित किया है. सोमवार को केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने इस स्कीम को लॉन्च किया है.

3,600 स्टार्टअप्स को मिलेगी मदद

वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, इस स्कीम से देश के करीब 3,600 स्टार्टअप्स को मदद मिलेगी और देश में स्टार्टअप ईकोसिस्टम और मजबूत होगा. इसके अलावा, देश के 300 इनक्यूबेशन सेंटरों में शुरुआती चरण में बने हुए स्टार्टअप्स को वित्तीय मदद मुहैया कराई जाएगी.

इस सीड फंड से खासतौर पर छोटे शहरों में चलाए जा रहे स्टार्टअप्स को फायदा होगा. इस फंड के तहत स्टार्टअप्स को प्रोटोटाइप डिवेलपमेंट, प्रोडक्ट ट्रायल्स और मार्केट एंट्री जैसे कामों के लिए वित्तीय मदद दी जाएगी.

छोटे शहरों के स्टार्टअप्स को होगा फायदा

गोयल ने कहा है कि इस सीड फंडिंग से खासतौर पर छोटे शहरों में स्टार्टअप्स को फायदा दिया जाएगा क्योंकि इन शहरों में मौजूद स्टार्टअप को अक्सरकर कहीं से भी वित्तीय मदद नहीं मिल पाती है. गोयल ने कहा कि वे चाहते हैं कि ग्रामीण इलाकों में मौजूद इनोवेटर्स आगे आएं और इस स्कीम का फायदा उठाएं.

क्या है क्राइटेरिया?
स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम के जरिए फंडिंग हासिल करने के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं.

1. DPIIT से मान्यता प्राप्त कोई भी स्टार्टअप इस स्कीम (Startup India Seed Fund) के लिए आवेदन करते वक्त दो साल से पुराना नहीं होना चाहिए.
2. इसका आइडिया ऐसा होना चाहिए जो कि मार्केट के मुताबिक हो, कारोबार के लिहाज से चलने लायक हो और इसे आगे बढ़ाया जा सके.
3. स्टार्टअप अपने प्रोडक्ट या सर्विस में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा हो.
4. साथ ही ऐसे स्टार्टअप्स को तरजीह दी जाएगी जो कि सोशल इंपैक्ट, वेस्ट मैनेजमेंट, वॉटर मैनेजमेंट, फाइनेंशियल इनक्लूजन, एजूकेशन, एग्रीकल्चर, फूड प्रोसेसिंग, बायोटेक्नोलॉजी जैसे सेक्टरों में इनोवेटिव सॉल्यूशंस क्रिएट कर रहे हों.
5. इसके अलावा, एक बड़ी शर्त ये भी है कि स्टार्टअप को किसी भी केंद्र या राज्य सरकार से कोई वित्तीय समर्थन न हासिल हुआ हो.

कितनी वित्तीय मदद मिलेगी?
एक्सपर्ट कमेटी द्वारा चयनित योग्य इनक्यूबेटर्स को इस स्कीम (Startup India Seed Fund) के तहत 5 करोड़ रुपये तक की ग्रांट दी जाएगी. इसमें प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट, प्रोटोटाइप डिवेलपमेंट या प्रोडक्ट ट्रायल्स के लिए 20 लाख रुपये की मदद का प्रावधान है. साथ ही, मार्केट एंट्री, कमर्शियलाइजेशन जैसी चीजों के लिए 50 लाख रुपये तक की वित्तीय मदद मिल सकती है.

Published - April 20, 2021, 12:30 IST