क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी ट्रांसयूनियन सिबिल का कहना है कि महंगे हुए कर्ज की वजह से दिसंबर तिमाही के दौरान देश में होमलोन की इंक्वायरी में गिरावट देखने को मिली है.
हाल के दिनों में देश के बैंकों के पास लिक्विडिटी में बढ़ोतरी जरूर हुई है. लेकिन रेपो रेट के मुकाबले इंटरबैंक कॉल मनी रेट में हुई बढ़ोतरी बता रही है कि छोटे बैंक अभी भी लिक्विडिटी की समस्या से जूझ रहे हैं. देश में रेपो रेट 6.5 फीसद है. बुधवार को इंटरबैंक कॉल मनी रेट बढ़कर 6.65 फीसद दर्ज किया गया है. उधर क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी ट्रांसयूनियन सिबिल का कहना है कि महंगे हुए कर्ज की वजह से दिसंबर तिमाही के दौरान देश में होमलोन की इंक्वायरी में गिरावट देखने को मिली है. हालांकि इस दौरान क्रेडिट कार्ड खर्च और पर्सनल लोन की मांग में बढ़ोतरी हुई है, जो दर्शाता है कि अनसिक्योर्ड कर्ज बढ़ रहा है.
वित्त वर्ष 2023 में क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाला खर्त 47 फीसदी बढ़कर 14 खरब रुपये रहा. ई-कॉमर्स और पॉइंट ऑफ सेल ट्रांजेक्शन्स के जरिए हुआ सबसे ज्यादा खर्च हुआ है. मार्च में सबसे ज्यादा हुआ क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया गया. वित्त वर्ष 2023 में पर्सनल लोन के इस्तेमाल में भी इजाफा हुआ है. बीते वित्त वर्ष में पर्सनल लोन 20 फीसदी बढ़ गया है.