FY24 में भी अदानी ग्रुप की ओर से कर्ज लौटाकर निवेशकों का भरोसा बढ़ाने पर फोकस जारी रहेगा. बुधवार शाम को अदानी पोर्ट्स ने एक्सचेंजों को जानकारी दी है कि 22 अप्रैल को बोर्ड बैठक में कंपनी की ओर से जारी की गईं डेट सिक्योरिटीज के आंशिक बायबैक पर विचार किया जाएगा. ये डेट सिक्योरिटीज भारतीय या विदेशी करेंसी की हो सकती हैं और पूरे वित्तवर्ष के लिए इस बैठक में बायबैक पर फैसला लिया जाएगा. इस साल जनवरी में हिंडनबर्ग की ओर से ग्रुप पर जारी की गई रिपोर्ट के बाद ग्रुप ने मार्च तिमाही के दौरान कम से कम 3 अरब डॉलर का भुगतान किया है. इस भुगतान में गिरवरी रखे शेयरों और बॉन्ड्स से जुड़ा पेमेंट शामिल है लेकिन फिर भी FY23 में पूरे ग्रुप के कर्ज में करीब 21 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. ग्रुप पर कुल कर्ज बढ़कर 2.3 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया और शेयरों के सेंटिमेंट को सुधारने के लिए कर्ज में लगातार कमी ग्रुप के लिए काफी अहम है.