नौकरी ढूंढ रहे हैं तो सरकार के इस पोर्टल से मिलेगी मदद, ऐसे कर सकते हैं एप्लाई

सरकार ने सक्षम पोर्टल लॉन्च किया है. इस पोर्टल में AI का इस्तेमाल किया गया है ताकि MSME को उनकी जरूरत के मुताबिक आसपास ही श्रमिक मिल सकें.

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PTI

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अब नौकरी के लिए मजदूरों और स्किल्ड वर्कफोर्स को एक जगह से दूसरी जगह भटकने की जरूरत नहीं होगी. इसके साथ ही इंडस्ट्रीज के लिए अपनी स्किल्स की जरूरतों के मुताबिक श्रमिकों के साथ कनेक्ट करने की एक बड़ी सहूलियत की भी शुरुआत हो गई है. दरअसल, सरकार ने एक पोर्टल शुरू किया है जिसका नाम है सक्षम. सक्षम पोर्टल के जरिए MSME और श्रमिकों को एक-दूसरे के साथ सीधे कनेक्ट किया जाएगा. इसका एक बड़ा फायदा ये होगा कि श्रमिकों और इंडस्ट्री दोनों को ही प्लेसमेंट एजेंसियों, कॉन्ट्रैक्टर्स (ठेकेदारों) और बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहना पडे़गा. अक्सर मजदूर इन बिचौलियों के झांसे में आ जाते हैं और उसमें उन्हें फ्रॉड या कम सैलरी जैसे फ्रॉड का शिकार होना पड़ता है.

सक्षम पोर्टल के तहत 10 लाख नौकरियां देने का टारगेट किया गया है. कोविड-19 के दौर में जबकि लोगों को नई नौकरियां मिलने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इस पोर्टल के आने से श्रमिकों को काफी फायदा होगा.

मजदूरों और MSME की जरूरतों के लिए AI का इस्तेमाल

सरकार के लॉन्च किए गए सक्षम पोर्टल की एक खासियत यह है कि इसमें एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है जो कि AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करता है. इसके जरिए न केवल मजदूरों का उनके स्किल्स के आधार पर डेटाबेस तैयार किया जा रहा है, बल्कि इंडस्ट्री का डेटाबेस भी उनकी जरूरतों के हिसाब से बनाया जा रहा है. इसमें स्किल मैपिंग की जा रही है. अब कंपनियां सीधे अपनी स्किल्स की जरूरत के हिसाब से श्रमिकों से कनेक्ट हो पाएंगी.

व्हॉट्सएप के जरिए मजदूर हो सकते हैं कनेक्ट

सक्षम पोर्टल में इस तरह से टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे किसी खास इलाके में मौजूद इंडस्ट्रीज सीधे आसपास मौजूद श्रमिकों के साथ कनेक्ट हो सकती हैं. साथ ही, श्रमिकों के लिए इसमें एक व्हॉट्सएप चैट बोट भी तैयार किया गया है. ये नंबर है – +91 72086 35370.  इसके अलावा श्रमिक इस लिंक (https://api.whatsapp.com/send/?phone=917208635370&text=Hi&app_absent=0) पर भी जाकर व्हॉट्सएप पर इस पोर्टल से कनेक्ट हो सकते हैं.

इस व्हॉट्सएप के जरिए श्रमिक अपने स्किल्स के बारे में जानकारियां डाल सकते हैं और अपने इलाके में मौजूद नौकरियों का पता कर सकते हैं.

कंपनियों को स्किल्स डिमांड के मुताबिक मिलेगी मजदूरों की जानकारी

सक्षम पोर्टल में इंडस्ट्रीज के लिए एक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है जिसके तहत उनकी वित्तीय और कामकाजी जरूरतों में मदद दी जा सके. इसमें खासतौर पर फोकस उनकी स्किल्स की जरूरतों को लेकर है.
सक्षम पोर्टल में एक डैशबोर्ड होगा जिसका इस्तेमाल कंपनियां अपने आसपास के स्किल्ड श्रमिकों के साथ जुड़ने में कर सकेंगी.

सर्वे, NGO के जरिए इकट्ठी होगी मजदूरों की जानकारी

सक्षम पोर्टल में श्रमिकों के लिए ये व्यवस्था की गई है कि एनजीओ, प्राइमरी सर्वे आदि के जरिए इनका डेटा कलेक्शन किया जाएगा.
इसके लिए एक व्हॉट्सएप चैट बोट बनाया गया है. इसमें श्रमिक अपनी पिछले कामकाज और दूसरी जरूरी चीजों को पोस्ट कर सकते हैं. इससे अपने नजदीकी इलाके में ही श्रमिक इंडस्ट्री की जरूरत के बारे में जान पाएंगे और उनसे कनेक्ट हो पाएंगे.
इस मुहिम का मकसद लंबे वक्त में एक बड़ा डेटाबेस तैयार करना है. इसमें श्रमिकों और इंडस्ट्री की जरूरतों की पूरी जानकारी होगी.
इसके तहत डोमेन और डेटा साइंस एक्सपर्ट्स के जरिए सवाल तैयार किए गए हैं. इसका मकसद श्रमिकों के स्किल्स के बारे में जानकारी इकट्ठा करना है. इसमें एक सामान्य सा परीक्षण टेस्ट भी होगा ताकि श्रमिकों को उनके स्किल्स के हिसाब से सही जगह प्लेसमेंट मिल सके.

नौकरियों के बड़े मौके

विज्ञान और टेक्नोलॉजी विभाग के एक अनुमान के मुताबिक, अगर भारत के एक्सक्लूसिव इकनॉमिक जोन के 5 फीसदी हिस्से पर या 1 करोड़ हेक्टेयर पर समुद्री शैवाल (seaweed) की खेती की जाए तो इससे देश में 5 करोड़ लोगों को रोजगार मिल सकता है.
इस पोर्टल को केंद्र सरकार के विज्ञान और टेक्नोलॉजी विभाग के तहत आने वाले टेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन, फोरकास्टिंग एंड असेसमेंट काउंसिल (TIFAC) ने लॉन्च किया है.
इसके तहत पूरे देश में 10 लाख ब्लू-कॉलर नौकरियां मुहैया कराई जाएंगी. सक्षम पोर्टल के जरिए MSME के लिए बिचौलियों या ठेकेदारों के जरिए श्रमिकों को हासिल नहीं करना पड़ेगा. दूसरी ओर, श्रमिकों के लिए भी अपनी रिहायश के आसपास मौजूद MSME में नौकरियां हासिल करने में होने वाली दिक्कतें भी खत्म होंगी.

स्किल मैपिंग

सक्षम पोर्टल के जरिए MSME की जरूरतों के मुताबिक वर्कर्स की स्किल मैपिंग की जाएगी.
सक्षम की साइट पर TIFAC के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव ने लिखा है, “सक्षम TIFAC का एक डायनेमिक पोर्टल है जिसमें कई आर्टिफिशियल (AI) टूल्स का इस्तेमाल किया गया है. इसके जरिए सूचनाओं और डेटा को इकट्ठा किया जा रहा है और इनका विश्लेषण किया जा रहा है. इस पोर्ट में डिमांड और सप्लाई के आंकड़ों के लिए एल्गोरिद्म का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस तरह से यह न केवल भौगोलिक आधार पर श्रमिकों की उपलब्धता और मांग की जानकारी मुहैया कराता है, बल्कि यह स्किल मैच, स्किल गैप और स्किल ट्रेनिंग प्रोग्रामों के विश्लेषण को भी मुहैया कराता है. इससे श्रमिकों के लिए बड़े पैमाने पर नई नौकरियों के मौके पैदा होंगे.”

Published - April 7, 2021, 01:12 IST