टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए वेतन वृद्धि की घोषणा करने वाली पहली प्रमुख आईटी सेवा कंपनी बन गई है. टीसीएस के प्रवक्ता ने कहा कि वेतन वृद्धि अप्रैल 2021 से लागू होगी. कंपनी ने एक बयान में कहा, “हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि हम अपने सहयोगियों के साथ, अप्रैल 2021 के दौरान सभी कर्मचारियों को वेतन वृद्धि देने के लिए ट्रैक पर हैं.”
TCS के प्रवक्ता ने कहा, “यह कदम हमारे कर्मचारियों के प्रति हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतीक है.” यह दूसरी वेतन वृद्धि होगी जिसे कंपनी 6 महीने के भीतर लागू करेगी. पिछले साल मार्च में COVID-19 महामारी के प्रकोप के कारण वेतन वृद्धि में देरी हुई थी. वित्त वर्ष 2022 के वेतन वृद्धि के साथ, TCS कर्मचारियों को लगभग 12-14 प्रतिशत औसत वेतन वृद्धि मिलेगी और यह कंपनी के मानदंडों के अनुसार होगा.
इन कंपनियों ने भी दिया कर्मचारियों को तोहफा
वेतन वृद्धि के साथ, टीसीएस रेगुलर प्रोमोशन साइकिल के अनुसार पदोन्नति की पेशकश करता रहेगा. कंपनी के सहकर्मी एक्सेंचर ने कर्मचारियों को एक बार के बोनस (one-time bonus) की घोषणा की थी, जो 18 मार्च को उनकी एक सप्ताह की बेस सैलरी के बराबर होगा.
वहीं कॉग्निजेंट इंडिया के चेयारौर मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश नांबियार ने एक बयान में बताया कि प्रदर्शन के आधार पर अमेरिका स्थित आईटी दिग्गज कॉग्निजेंट ने वैश्विक स्तर पर 24,000 कर्मचारियों को प्रमोशन दिया है और 1.6 कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई है. वहीं अक्टूबर 2020 और जनवरी 2021 के बीच इंफोसिस, विप्रो और एचसीएल टेक ने अपने कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई है.
दुनिया का तीसरा सबसे मूल्यवान आईटी ब्रांड है TCS
बता दें ब्रांड फाइनेंस की एक रिपोर्ट के मुताबिक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) दुनिया का तीसरा सबसे मूल्यवान आईटी ब्रांड है. इस लिहाज से एक्सेंचर और आईबीएम ही टीसीएस से आगे हैं. रिपोर्ट में दुनिया की शीर्ष दस कंपनियों में चार भारतीय कंपनियों टीसीएस, इंफोसिस, एचसीएल और विप्रो को जगह मिली है. ब्रांड फाइनेंस की रिपोर्ट के मुताबिक तीसरे स्थान वाली टीसीएस और दूसरे स्थान वाली आईबीएम के बीच अंतर तेजी से घट रहा है और टीसीएस का ब्रांड मूल्य 11 प्रतिशत बढ़कर 15 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया. कंपनी ने यूरोपीय और अमेरिकी बाजारों में खासतौर से बढ़त हासिल की है और उसे उम्मीद है कि आगामी साल उसके लिए बेहतर साबित होगा.