PPF खाता खोलने से पहले जरूर पूछें ये छह सवाल

अगर PPF में हर महीने निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह जरूरी है कि महीने की पांच तारीख तक पैसे जमा कर दें.

PPF खाता खोलने से पहले जरूर पूछें ये छह सवाल

लंबी अवधि में निवेश के लिए पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) एक शानदार योजना है. सरकार ने PPF योजना 1968 में शुरू की थी. इसका मकसद था लोग छोटी बचत के जरिए रिटायरमेंट के लिए बचत करें. PPF में आपका निवेश 15 साल तक लॉक रहता है. इस वीडियो में समझिए उन छह सवालों के जवाब जो PPF में निवेश करने वालों को पूछने चाहिए-

1) PPF खाते का 15 साल का टेन्योर कब पूरा होगा?
आप इस 15 साल की अवधि को कब से गिनेंगे. मान लीजिए आपने 2018 में पीपीएफ खाता खोला और इसमें पहला योगदान 16 जुलाई 2018 को किया. 15 साल के लॉक-इन पीरियड की गणना उस वित्तीय वर्ष के अंत से की जाएगी जिसमें आपने अपना खाता खोला था. यानी वित्त वर्ष 2018-19. इसलिए इसकी गणना 31 मार्च, 2019 से की जाएगी. इसलिए आपका PPF 1 अप्रैल 2034 को मैच्योर होगा. PPF हमेशा नए वित्त वर्ष के पहले दिन यानी एक अप्रैल को ही मैच्योर होता है. लोग आमतौर पर मैच्योरिटी की PPF खोलने की तारीख से गणना करते हैं. तकनीकी तौर पर PPF खाता 16 साल में मैच्योर होता है.

2) महीने की किसी भी तारीख पर PPF में पैसे जमा करूं क्या फर्क पड़ता है?
अगर PPF में हर महीने निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह जरूरी है कि महीने की पांच तारीख तक पैसे जमा कर दें. क्योंकि महीने की पांच तारीख के बैलेंस पर ही ब्याज मिलता है. अगर 1 अगस्त को आपके PPF में 20,000 रुपए हैं और आपने 8 अगस्त को फिर 10,000 रुपए जमा कर दिए तो कुल जमा भले ही 30,000 हो लेकिन अगस्त में ब्याज केवल 20,000 रुपए पर ही मिलेगा. अगर यह रकम 1 से 5 अगस्त के बीच जमा करते हैं तो फिर आपको पूरी रकम पर ब्याज मिलेगा. ऐसे में ध्यान रखें कि महीने की पांच तारीख तक पैसे जमा कर दें.

3) क्या मेरा पैसा 15 साल के लिए लॉक हो जाएगा?
नहीं ऐसा नहीं है. PPF से प्री-मैच्योर आंशिक विड्रॉल की अनुमति है. खाता खोलने के 6 साल के बाद यानी सातवें साल से PPF से पैसे निकाले जा सकते हैं. लेकिन पूरी रकम नहीं बल्कि पैसे निकाले जाने वाले साल के पहले के 4 साल के अंत में जितनी रकम होगी उसका 50 फीसद हिस्सा या फिर PPF की कुल राशि का 50 फीसद… इन दोनों में से जो भी रकम कम होगी वह आपको मिल जाएगी.
इसे ऐसे समझिए कि जनवरी 2012 में आपने PPF खाता खोला और 2021 में बच्चे की पढ़ाई के लिए PPF से पैसे निकालना चाहते हैं. 2021 के चार साल पहले यानी 2018 के वित्त वर्ष के आखिर में जो बैलेंस होगा उसका 50 फीसद या फिर मार्च 2021 के आखिर में जो बैलेंस है उसका 50 फीसद. दोनों में जो भी कम होगा उतना पैसा निकाल पाएंगे. साल में केवल एक बार ही इस तरह विड्रॉल किया जा सकेगा. ये रकम टैक्स फ्री रहेगी और कोई पेनाल्टी भी नहीं लगेगी.

4) क्या PPF पर लोन मिल सकता है?
PPF अकांउट पर दो साल पूरा होने के बाद और 5 साल पूरे होने से पहले लोन लिया जा सकता है. लोन की राशि खाते में जमा कुल रकम का 25 फीसद तक होगी. PPF पर लोन लेने पर पहले लोन का मूलधन चुकाना होता है और बाद में ब्याज चुकाया जाता है. मूलधन को किस्तों में चुका सकते हैं लेकिन लोन लेने की तारीख से 36 महीने यानी 3 साल के अंदर ये लोन अदा करना होता है.

PPF पर जो ब्याज मिल रहा है लोन उससे 2% ज्यादा ब्याज पर मिलेगा. ब्याज को दो मंथली इंस्टॉलमेंट या एकमुश्त चुकाना होगा. अगर आपने नियत समय के अंदर लोन नहीं चुकाया तो बाकी हिस्सा PPF अकाउंट से काटा जा सकता है. बाकी बचे कर्ज पर ppf के मौजूदा ब्याज से 6 फीसदी ज्यादा ब्याज भी देना पड़ सकता है. अगर निवेशक की मौत हो जाती है तो उसका नॉमिनी या वैध उत्तराधिकारी उसके लोन के ब्याज का भुगतान करेगा.

5) क्या 15 साल की मैच्योरिटी के बाद अकाउंट बंद करना होगा?
जब आपका PPF अकाउंट मैच्योर होगा तो आपके सामने तीन विकल्प होंगे- अकाउंट बंद करें और रकम निकाल लें, नया जमा किए बिना इसे आगे बढ़ा दें या नया जमा करते हुए अकाउंट को आगे बढ़ाएं. PPF अकाउंट को 5 साल के लिए ही बढ़ाया जाता है. यानी ये पांच साल के लिए ही बढ़ेगा. इस पर आपको ब्याज मिलता रहेगा. आप राशि का योगदान करें या न करें लेकिन ये जरूरी है कि 15 साल की मियाद खत्म होने के बाद आपको वित्तीय संस्थान को बताना होगा कि आप आगे क्या करने वाले हैं- पांच साल की बढ़ोतरी या पैसे निकालेंगे.

6) क्या PPF खाते को मैच्योरिटी के पहले बंद किया जा सकता है?
खाताधारक कुछ परिस्थितियों में समय से पहले अपना PPF खाता बंद कर सकता है. खाता खुलने के पांच साल बाद ही इसे बंद करवाया जा सकता है. अगर खाताधारक के माता-पिता, पति या पत्नी या आश्रित बच्चे की गंभीर बीमारी के इलाज के लिए पैसे चाहिए, या उच्च शिक्षा के लिए पैसे की जरूरत हो तो PPF को बंद किया जा सकता है. लेकिन इसमें घाटा यह होता है कि खाताधारक को देय ब्याज एक फीसद काट कर मिलता है.

मनी 9 की सलाह
PPF जैसा निवेश उनके लिए अच्छा है जो छोटी-छोटी रकम जोड़कर बड़ी राशि जोड़ना चाहते हैं. नियमित निवेश की आदत सिखाता है PPF. सरकारी योजना होने की वजह से मूल राशि पर जोखिम कम जरूर है लेकिन स्थायी ब्याज का वादा नहीं है. पीपीएफ में ब्याज की तिमाही आधार पर समीक्षा की जाती है.

Published - May 30, 2023, 09:34 IST