Revenge travel: देश के ज्यादातर हिस्सों में अब कोरोना की दूसरी लहर काबू में आती दिख रही है. इसे देखते हुए महीनों से घरों में ऊबते लोग आसपास की टूरिस्ट प्लेस या हिल स्टेशनों की ओर रुख कर रहे हैं. कोरोना काल की पाबंदियों और अवसाद भरी जिंदगी के दायरे से बाहर निकल लोग परिवार के संग कुछ मौज-मस्ती के पल बिताने के लिए यात्राओं पर निकल रहे हैं, पर उनकी यह यात्रा दरअसल ‘रिवेंज ट्रैवल’ का काम कर रही है और इसने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं.
सरकार जता चुकी है चिंता
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त लव अग्रवाल ने हाल ही में एक प्रेस ब्रीफिंग में इस बारे में चिंता जताते हुए कहा कि सुकून पाने के लिए मेट्रो और मिनी-मेट्रो शहरों के लोग अब उन स्थानों और हिल स्टेशनों की यात्रा पर निकल रहे हैं, जहां कोरोना का असर सबसे कम रहा है.
चिंता की बात यह है कि इन सुदूर जगहों पर जाने वाले लोग गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार करते हुए कोविड-19 के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं. इंटरनेट पर लोगों के सैर-सपाटे की तस्वीरों की भरमार है, जिनमें लोग खुले आम मास्क लगाए बिना घूमते दिख रहे हैं.
टूरिस्ट्स का यह रवैया कोरोना से अब तक अछूते रहे देश की इन प्राकृतिक सुंदरता वाली जगहों पर भी महामारी फैलने का खतरा पैदा कर रहा है.
पर्यटन, होटल उद्योग में लौटी जान, पर बढ़ रहा जोखिम
उत्तर भारत में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे के हिल स्टेशनों से लेकर महाराष्ट्र में पुणे, लोनावाला जैसे हिल स्टेशनों पर मेट्रो शहरों के पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी है. इसी तरह यूपी के आगरा, मथुरा, वृंदावन और राजस्थान में भरतपुर, जयपुर आदि में लोग बेफिक्र घूमते दिखाई दे रहे हैं.
सैर-सपाटे में अचानक आई इस तेजी ने कोरोना से सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए पर्यटन, सत्कार (हॉस्पिटैलिटी) और होटल उद्योग को नई संजीवनी दी है. दूसरी ओर, पर्यटकों की यह बेफिक्री कोरोना के संक्रमण की रफ्तार में एक बार फिर से तेजी लाने की आशंका भी पैदा कर रही है.
कोरोना में आई गिरावट पर फिर सकता है पानी
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना के नए मामलों में 13 फीसदी तक की गिरावट आई है. पहले हर सप्ताह तीन लाख तक मामले दर्ज किए जा रहे थे. इसमें कमी आने के बाद अब देश में 90 जिले ऐसे ही ऐसे रह गए हैं, जहां प्रतिदिन 100 से ज्यादा कोविड-19 के मामले सामने आ रहे हैं.
देश के करीब 80 फीसदी नए मामले इन 90 जिलों से ही आ रहे हैं. हालांकि इस सुधार के बीच बाजारों और हिल स्टेशनों में बढ़ती भीड़ स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंताएं बढ़ा रही है.