देश में तीन तलाक (triple talaq) का कानून लागू होने के बाद जहां एक तरफ इससे जुड़े मामलों में कमी आई है. वहीं दूसरी ओर एक अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी सरकार देशभर में ‘मुस्लिम महिला अधिकार दिवस’ मना रही है. कानून को लागू हुए दो साल पूरे होने के बाद हाल ही में केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय ने एनिवर्सरी मनाने का फैसला लिया था.
रविवार को देशभर में विभिन्न संगठनों द्वारा ‘मुस्लिम महिला अधिकार दिवस’ मनाया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी अलग-अलग राज्य और जिलों में यह एनिवर्सरी मना रही है.
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह कानून बनने के बाद देश में तीन तलाक (triple talaq) से जुड़े मामलों में कमी देखने को मिल रही है. हालांकि इस दौरान उन्होंने इससे जुड़े आंकड़े पेश नहीं किए लेकिन भाजपा को कानून लाने का श्रेय देते रहे. उन्होंने यहां तक कहा कि इससे मुस्लिम महिलाओं को समानता का अधिकार मिला है.
मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को आत्मनिर्भरता, आत्म सम्मान और आत्मविश्वास के लिए संवैधानिक, मौलिक, लोकतांत्रिक एवं समानता का अधिकार दिया है. दो साल पहले आज ही के दिन (एक अगस्त 2019) तीन तलाक (triple talaq) या तलाके बिद्दत को कानूनी शक्ल दी गई थी. इस कानून को बनाने के बाद देशभर के लोगों ने इसकी सराहना की थी. वहीं कई मुस्लिम महिलाओं ने उनके शौहर द्वारा दिए गए तीन तलाक (triple talaq) पर खुलकर अपनी बात कही थी. मुस्लिम समाज की महिलाओं ने इस कानून को बहुत जरूरी भी बताया था.
दिल्ली में तीन तलाक (triple talaq) कानून की एनिवर्सरी मनाने के लिए कई केंद्रीय मंत्री शामिल हुए हैं. एक कार्यक्रम में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव रहे.