Recruitment: कोविड-19 महामारी से बिगड़े माहौल में कई सेक्टरों में लोगों की नौकरियां जा रही हैं. इसके विपरीत तकनीकी (टेक) क्षेत्र में भर्तियों (Recruitment) को नई रफ्तार मिलती दिखाई दे रही है.
कई शीर्ष आईटी व टेक कंपनियां, स्टार्ट-अप और इस क्षेत्र की अन्य कंपनियां छह जॉब प्रोफाइलों में लगभग 70,000 लोगों की भर्तियां की हैं. इन नियुक्तियों में औसतन 50-60% तक की वेतन वृद्धि दी जा रही है
एक ताजा सर्वेक्षण के मुताबिक बड़ी आईटी फर्म और स्टार्टअप कंपनियां तेजी से नए कर्मचारियों की तलाश और भर्तियां कर रही हैं.
इसकी वजह कोविड काल में डिजिटल सॉल्यूशन की मांग में अचानक तेजी आना है. इसके चलते टेक कंपनियां भारी तादाद में प्रतिभावान लोगों को अच्छी वेतन वृद्धि के साथ नौकरी के ऑफर दे रही हैं.
आईटी क्षेत्र में नौकरियों के मौजूदा माहौल के बारे में जानकारी देने वाली स्टाफिंग फर्म एक्सफेनो की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक कई शीर्ष आईटी व टेक कंपनियां, स्टार्ट-अप और इस क्षेत्र की अन्य कंपनियां छह जॉब प्रोफाइलों में लगभग 70,000 लोगों की भर्तियां की हैं.
इन नियुक्तियों में औसतन 50-60% तक की वेतन वृद्धि दी जा रही है, जबकि बीते तीन वर्षों में इस क्षेत्र में तीन-आठ वर्ष का अनुभव रखने वालों को महज 20 से 25 की औसत वेतन वृद्धि मिलती रही है.
यह भर्तियां मुख्य रूप से फुल स्टैक डेवलपर्स, रिएक्ट नेटिव डेवलपर्स, देवोप्स, बैक एंड इंजीनियर्स, मशीन लर्निंग और डेटा इंजीनियर्स जैसी जॉब प्रोफाइल के लिए की जा रही हैं.
कंपनियां फिलहाल दो चीजों पर जोर दे रही हैं. पहला, अच्छी वेतन बढ़ोतरी के साथ नई नियुक्तियां और अपने यहां कार्यरत (इन-हाउस) प्रतिभाओं को बढ़ावा देना.
इसके अलावा कर्मचारियों को अपने साथ जोड़े रखने के लिए वेतन वृद्धि का उपाय भी अपनाया जा रहा है. टीसीएस, इन्फोसिस और विप्रो जैसी शीर्ष आईटी कंपनियों ने आकर्षक बढ़ोतरी का दौर शुरू किया है.
इसके जरिये काबिल कर्मचारियों को अपने साथ जोड़े रखने की घोषणाएं की हैं.
टीसीएस ने अक्टूबर 2020 में वेतन वृद्धि शुरू की थी. इसके बाद अप्रैल 2021 में उसने एक और वेतन बढ़ोतरी की थी.
इसी तरह इन्फोसिस और विप्रो ने वेतन वृद्धि की घोषणा की है, जो इस साल के अंत में लागू होगी. दूसरी ओर एक्सेंचर ने 1.17 लाख कर्मचारियों को तरक्की दी है.
इनमें से 1,200 को प्रबंध निदेशक के पद पर बहुप्रतीक्षित पदोन्नति दी गई है. एचसीएल ने पहले घोषणा की थी कि आने वाले वर्षों में वह दूसरी कंपनियों के कर्मचारियों को भर्ती करने के बजाय नई प्रतिभाओं यानी फ्रेशर्स को नौकरी देने पर ज्यादा ध्यान देगी.