पीएम मोदी ने फिनलैंड की पीएम सना मरीन से इन मुद्दों पर की अहम बात

Prime Minister Narendra Modi ने फ़िनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरिन के साथ शिखर वार्ता की. दोनों के बीच सभी क्षेत्रों पर चर्चा हुई.

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Picture: PTI

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने फ़िनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरिन के साथ शिखर वार्ता की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों के सभी क्षेत्रों पर चर्चा हुई और आपसी हितों के क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार साझा किए गए. गौरतलब हो भारत और फ़िनलैंड के बीच मैत्री संबंध हैं. ये संबंध लोकतंत्र, स्वतंत्रता और नियम आधारित विश्व व्यवस्था में विश्वास पर आधारित हैं.

बताना चाहेंगे कि दोनों देश निवेश, शिक्षा, नवाचार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहित शोध कार्यों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में करीबी सहयोग कर रहे हैं. दोनों देश कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल कर क्वांटम कंप्यूटर के संयुक्त विकास पर काम कर रहे हैं. इसका मकसद अत्याधुनिक तकनीक से विभिन्न सामाजिक चुनौतियों से पार पाना है. फ़िनलैंड की 100 से अधिक कंपनियां टेलीकॉम, एलिवेटर, मशीनरी, अक्षय ऊर्जा सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत में काम कर रही हैं. वहीं भारतीय कंपनियां फ़िनलैंड में आईटी, ऑटो कॉम्पोनेंट्स और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में कार्यरत हैं.

शिखरवार्ता के दौरान फ़िनलैंड की पीएम सना मरिन ने कहा आप से (Prime Minister Narendra Modi) पहली बार वर्चुअल माध्यम से मिलकर खुशी हुई. कोविड टीकाकरण में भारत का योगदान सराहनीय है. फ़िनलैंड में कोरोना स्थिति नियंत्रण में है. हालांकि वायरस के म्यूटेट स्ट्रेन के कारण प्रतिबंध दोबारा लगाने पड़े. जलवायु परिवर्तन के समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत-फ़िनलैंड सहयोग करें. इस दौरान पीएम मोदी ने फ़िनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरिन के रिमार्क के लिए उन्हें धन्यवाद कहा. पीएम मोदी ने शिखर वार्ता में कहा कि कोरोना की वजह से फ़िनलैंड में हुई जान हानि के लिए पूरे भारत की ओर से मेरी हार्दिक संवेदनाएं. आपके नेतृत्व में फ़िनलैंड ने इस महामारी को कुशलता से हैंडल किया है.

70 देशों में भारत में बनी वैक्सीन पहुंचाकर कीर्तिमान स्थापित किया
इस महामारी के दौरान भारत ने अपने डोमेस्टिक संघर्ष के साथ-साथ विश्व की जरूरतों का भी ध्यान रखा है. पिछले साल हमने 150 से अधिक देशों को दवाइयां और अन्य आवश्यक सामग्री भेजे थे, और हाल में लगभग 70 देशों में भारत में बनी वैक्सीन की 58 मिलियन से अधिक डोज पहुंची हैं. फ़िनलैंड और भारत दोनों ही एक रूल्स-बेस्ड, पारदर्शी, मानवतावादी और लोकतांत्रिक वैश्विक व्यवस्था में विश्वास रखते हैं. टेक्नोलॉजी, इनोवेशन, क्लीन एनर्जी, पर्यावरण, शिक्षा जैसे क्षेत्रों में हमारे बीच मजबूत सहयोग है.

रिन्युएबल एनर्जी में 2030 तक 450 गीगावाट इंस्टॉल्ड कैपेसिटी का रखा लक्ष्य
पोस्ट कोविड काल में वैश्विक आर्थिक रिकवरी के लिए भी सभी सेक्टर्स बहुत महत्वपूर्ण होंगे. क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में फ़िनलैंड ग्लोबल लीडर है और भारत का एक महत्वपूर्ण पार्टनर भी है. रिन्यूएबल एनर्जी में हमने 2030 तक 450 गीगावाट इंस्टॉल्ड कैपेसिटी का लक्ष्य रखा है. अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए हमने इंटरनेशनल सोलर अलायंस और कोअलिशन फॉर डिजास्टर रेजिलिएंट इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे इनिशिएटिव भी लिए हैं.

फ़िनलैंड को आईएसए और सीडीआरआई से जुड़ने का किया आग्रह
पीएम मोदी ने कहा, मैं फ़िनलैंड को आईएसए और सीडीआरआई से जुड़ने का आग्रह करता हूं. फ़िनलैंड की क्षमता और विशेषज्ञता से इन अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं को लाभ मिलेगा. फ़िनलैंड न्यू औक इमरजिंग टेक्नोलॉजी, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, एजुकेशन और स्किल डवलपमेंट के क्षेत्र में भी अग्रणी स्थान रखता है.

इन सभी क्षेत्रों में हमारे बीच सहयोग की संभावनाएं हैं. पीएम मोदी ने फ़िनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरिन को भारत की यात्रा का दिया निमंत्रण उन्होंने कहा, मुझे प्रसन्नता है कि आज हम आईसीटी, मोबाइल टेक्नोलॉजी और डिजिटल एजुकेशन के क्षेत्र में एक नई पार्टनरशिप घोषित कर रहे हैं.

हमारे शिक्षा मंत्रालय भी एक हाई लेवल डायलॉग आरम्भ कर रहे हैं. मुझे आशा है कि आज की हमारी समिट से भारत, फ़िनलैंड संबंधों के विकास में और गति आएगी. इसके साथ ही पीएम मोदी ने फ़िनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरिन को भारत की यात्रा करने का निमंत्रण भी दिया.

Published - March 17, 2021, 02:19 IST