IT इंडस्ट्री को गैर-जरूरी रेगुलेशन के बंधनों से बाहर निकालने के लिए प्रयासरत: PM मोदी

NASSCOM: PM मोदी ने कहा कि बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती इसलिए सरकार रेगुलेशन कम करने के लिए काम कर रही है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज नैसकॉम टेक्नोलॉजी और लीडरशीप फोरम (NASSCOM Technology & Leadership Forum) को संबोधित करते हुए भारत में स्टार्टअप्स को कहा कि वे वैल्यूएशन से आगे बढ़कर वर्ल्ड-क्लास इंस्टिट्यूशन बनने पर जोर दें.
इस दौरान पीएम मोदी (PM Modi)ने कहा कि “अब एक ऐसा समय है जब दुनिया भारत से पहले से ज्यादा उम्मीद और भरोसे के साथ देख रही है. हमारे यहां कहा गया है ‘न दैन्यं न पलायनम्’ यानी कितनी भी मुश्किल हो हमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए और न ही चुनौती से डर कर पलायन करना चाहिए.”
कोरोना संकट के दौरान भारत में ज्ञान-विज्ञान और टेक्नोलॉजी की महत्ता सभी ने समझी. वैक्सीन के मोर्चे पर भारत की सफलता पर उन्होंने कहा कि एक समय था जब भारत स्मॉल पॉक्स के टीके के लिए भी दूसरे देशों पर निर्भर थे, और एक समय यह भी है जब हम दुनिया के अनेकों देशों को “मेड इन इंडिया” कोरोना वैक्सीन दे रहे हैं.

IT इंडस्ट्री की प्रशंसा भी की

प्रधानमंत्री मोदी ने नैसकॉम (NASSCOM) के अपने संबोधन में कहा कि कोरोना के दौरान भारत ने जो समाधान दिए वो आज पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा है. भारत की आईटी इंडस्ट्रीज (IT Industry) ने कमाल करके दिखाया है.  उन्होंने इंडस्ट्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब पूरा देश घर की चारदीवारी में सिमट गया था तब IT सेक्टर घर से ही इंडस्ट्री को बड़े आराम से चला रहे थे. उन्होंने कहा, “ऐसी स्थिति में जब हर सेक्टर कोरोना से प्रभावित था तब भी आपने करीब 2 प्रतिशत की ग्रोथ हासिल की. जब डिग्रोथ (Degrowth) की आशंकाएं जताई जा रही थी तब भी अगर भारत की IT इंडस्ट्री अपने रेवेन्यू में चार बिलियन डॉलर और जोड़े तो सचमुच यह प्रशंसनीय है और आप सारी टीम अभिनंदन के अधिकारी हैं.”

आई.टी इंडस्ट्री (IT Industry) है भारत के विकास का मजबूत स्तंभ

प्रधानमंत्री ने कहा इस दौरान लाखों नए रोज़गार देकर आई.टी इंडस्ट्री (IT Industry) ने सिद्ध किया है कि वो भारत के विकास का मजबूत स्तंभ क्यों है. पीएम मोदी बोले,  “भारत की आईटी इंडस्ट्री ने अपने फुटप्रिंट्स ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर बरसों पहले जमा दिए थे। पूरी दुनिया को हमारे भारतीय एक्सपर्ट सर्विसिज एंड सॉल्युशन देने में नेतृत्व कर रहे थे. लेकिन कुछ कारण रहे कि भारत का जो विशाल डोमेस्टिक मार्केट है उसका लाभ आईटी इंडस्ट्री को नहीं मिल पाया. इस वजह से भारत में डिजिटल डिवाइड बढ़ता गया. हम कह सकते हैं दिया तले अंधेरे वाली रात हमारी सामने थी. हमारी सरकार की नीतियां और निर्णय गवाह है कि कैसे बीते वर्षों में हमारी सरकार ने इस अप्रोच को बदल दिया है. हमारी सरकार भी ये भलि-भांति जानती है कि बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती. इसलिए सरकार द्वारा टेक इंडस्ट्री को अनावश्यक रेग्यूलेशन के बंधनों से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा था। नेशनल डिजिटल कम्यूनिकेशन पॉलिसी एक ऐसा ही बड़ा प्रयास था.”

भारत को ग्लोबल सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट हब बनाने के लिए नेशनल पॉलिसी

प्रधानमंत्री मोदी ने नैसकॉम (NASSCOM) के फोरम में कहा कि “भारत को ग्लोबल सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट हब बनाने के लिए नेशनल पॉलिसी भी बनाई गई. कोरोना काल में ही अदर सर्विस प्रोवाइडर (ओएसपी) गाइडलाइंस को जारी किया गया. इससे नई परिस्थितियों में आपके लिए काम करना आसान हुआ. 12 चैम्पियन सर्विस सेक्टर में इंफोरमेशन टेक्नोलॉजी को शामिल करने का लाभ भी आपको होना शुरू हुआ है”

जियो स्पेशल डेटा पर भी बोले PM

प्रधानमंत्री मोदी ने मैप और जियो स्पेशल डेटा (Geo-Spatial Data) को कंट्रोल से मुक्त करके इसे इंडस्ट्री के लिए खोल देने के कदम को भी एक बहुत महत्वपूर्ण कदम बताया. उन्होंने कहा, ” यह कदम ऐसा है जो इस फोरम की थीम शेपिंग ‘द फ्यूचर टूवॉर्ड्स द बैटर नॉर्मल’ (The Future Towards The Better Normal) के साथ सरकार द्वारा पूर्वाश्रम का सरकार द्वारा किया गया कार्य है. यह ऐसा कदम है जो हमारे स्टार्टअप इकोसिस्टम का सशक्त करने वाला है. यह  ऐसा कदम है जो सिर्फ आईटी इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि आत्मनिर्भर भारत में व्यापक मिशन को मजबूत बनाता है.”
(सौजन्य: प्रसार भारती न्यूज सर्विस, टेलीग्राम से)
Published - February 17, 2021, 02:50 IST