Home >
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि अनाज भंडारण को लेकर भारत को स्थायी समाधान चाहिए.
यह बैठक चीन बनाम भारत में बदल गई.
वार्ताओं में पाले खिंचते देख कर भारत ने सख्त अपना रुख अपना लिया है.
भारत ने कहा विवाद नहीं सुलझे तो डब्लूटीओ पर कौन भरोसा करेगा
निवेश को WTO के दायरे में लाने की तैयारियों पर भारतीय पक्ष के तेवर तीखे हैं
भारत का तर्क साफ है कि विकसित देश 11 साल से टल रहे कृषि अनाज भंडारण पर सहमत नहीं हो रहे हैं.
गोयल की अगुआई में WTO की बैठकों में भारत का रुख खासा आक्रामक रहता है.
WTO Ministerial Conference: सेवा कारोबार में नए नियमों का नया युग अब शुरु हो रहा है.
घरेलू निर्यातकों को ग्वाटेमाला से कड़ी प्रतिस्पर्धा की उम्मीद है, लेकिन मौजूदा सीजन में भारतीय इलायची की कम कीमत की वजह से उनकी उम्मीदें बढ़ गई हैं.
स्कीम का निवेश उद्देश्य इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव और निश्चित आय उपकरणों में निवेश के जरिए दीर्घकालिक रिटर्न हासिल करना है.