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बीता एक साल अजीबोगरीब रहा है. नील्सन की रिपोर्ट बताती है कि दिसंबर की तिमाही में उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के सामानों की संख्या और मात्र
बड़े उदास गुमसुम गुप्ता जी पहुंचे रामू की दुकान पर... गुल्लू तो जमे ही थे अखबार लिए. रामू अब चाय की जगह लस्सी और शिकंजी बेच रहे हैं. महंगी बिजली और
देश में 5G की लॉन्चिंग टेलीकॉम ऑपरेटरों और सरकार की लड़ाई, इक्विपमेंट्स पर मचे पचड़ों में बुरी तरह से उलझ गई है
स्टोर्स या आउटलेट्स के प्रदर्शन का सही आकलन करने के लिए Same store sales ग्रोथ का इस्तेमाल किया जाता है.
रसोई से लेकर कार तक का बढ़ गया खर्च, हजारों लोगों को मिलेगी नौकरी, वेतन में भी होगी खूब बढ़ोतरी, दिल्ली में घर का सपना होगा साकार.
सीमा पर रार, लेकिन चीन से कैसे बढ़ा व्यापार? क्या देर से लॉन्च होने के साथ महंगा होगा 5G? क्या बढ़ जाएगी GST की दरें?
वक्त दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं के लिए मुश्किल है . कोविड के बाद महंगाई ग्लोबल चिंता बन गई . रूस-यूक्रेन-युद्ध ने आग में पेट्रोल का काम कर दिया.
सोना खरीदने वालों की लाइन में मिडिल क्लास सबसे आगे खड़े हैं. खड़े भी क्यों न हों....यह सोना ही तो था जो कोविड के संकट में उनका सहारा बना.
ऑटो इंडस्ट्री का नहीं सुधर रहा हाल, देश में और मजबूत होगा ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर, CNG वाहन चालकों को फिर क्यों लगा झटका.....जानने के लिए देखिए Money
कैसे रूस की ढाल बन गया महंगा क्रूड? कबतक झेलनी पड़ेगी कमरतोड़ महंगाई? कौन हैं गोल्ड के सबसे बड़े खरीदार?