ग्रामीण भारत में इंटरनेट का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. ट्रांसयूनियन सिबिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक भारत में सभी नए इंटरनेट यूजर्स में से 56 फीसद ग्रामीण भारत से होंगे. वर्तमान में भारत में 76 करोड़ सक्रिय इंटरनेट यूजर हैं, जिसमें 53 फीसद ग्रामीण भारत से है. देश में फिलहाल करीब 34 करोड़ डिजीटल तौर पर भुगतान कर रहे हैं जिसमें 36 फीसदी गांवों से हैं. दूसरे देशों के मुकाबले भारत में युवा आबादी सबसे ज्यादा है जो अलग-अलग कामों के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करती है. इस वजह से भारत तेजी से डिजिटाइशेन की तरफ बढ़ रहा है.
क्या है वजह?
भारत की 52 फीसद आबादी की उम्र 40 साल से कम है. वहीं सिर्फ 46 फीसद वैश्विक आबादी की उम्र 40 साल से कम है. यह आबादी फाइनेंशियली इंडिपिडेंट है. वित्त वर्ष 2022-23 में फाइल हुए कुल 6.7 इनकम टैक्स रिटर्न में 2 करोड़ से ज्यादा रिटर्न 26 साल से कम उम्र (Gen Z) लोगों की है. वहीं पिछले 10 सालों में इंडिविजुअल EPFO अकाउंट्स में भी 2 गुना उछाल आया है. भारत की डिजिटल इकोनॉमी को भी बूस्ट मिला है. भारत में तीसरा सबसे बड़ा फिनटेक इकोसिस्टम है. रिपोर्ट के मुताबिक देश की आर्थिक रूप से आजाद आबादी, मजबूत डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से डिजिटाइजेशन और बेहतर होगा.
ऑनलाइन शॉपिंग
देश की एक-तिहाई आबादी यानी 67 करोड़ से ज्यादा लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं. साल 2022 में इसमें से 53 करोड़ नेट-कॉमर्स यूजर्स थे और 26 करोड़ यूजर्स ने ऑनलाइन शॉपिंग की थी. बेहतर डिजिटल फाइनेंस की वजह से भी इंटरनेट के इस्तेमाल में बढ़ोतरी हो रही है.
वायरलेस सब्सक्राइबर्स
ऐप डाउनलोड करने के मामले में भी दुनिया में दूसरे नंबर पर है. 2022 में विश्व में जितने भी ऐप डाउनलोड हुए थे उनमें से 5 फीसद (2800 करोड़) डाउनलोड भारत से हैं. इसके अलावा भारत में 120 करोड़ वायरलेस फोन सब्सक्राइबर्स हैं जिसमें, 45 फीसद ग्रामीण भारत से हैं.
Published - September 8, 2023, 02:35 IST
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