केंद्र ने शुक्रवार को ‘मेरा राशन’ नाम से एक मोबाइल ऐप लाॉन्च किया है. यह ऐप राशन कार्ड होल्डर्स और खासतौर पर यह प्रवासी लाभार्थियों के लिए काफी मददगार साबित होगा. इस ऐप के जरिए लाभार्थी अपने पास की उचित मूल्य दुकानें, मिलने वाली सुविधाएं और हालिया लेनदेन के ब्योरे चेक कर सकेंगे.
नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) ने इस ऐप को विकसित किया है और यह एंड्रॉयड आधारित है. मौजूदा वक्त में यह ऐप अंग्रेजी और हिंदी में है. बाद में इसे 14 भाषाओं में भी पेश किया जाएगा. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत सरकार 1-3 रुपए प्रति किलो की दर से देश के 81 करोड़ लोगों को खाद्यान्न मुहैया कराती है. यह अनाज सार्वजनिक वितरण तंत्र के जरिए गरीबों को मुहैया कराया जाता है.
सरकार राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी सेवा, वन नेशन वन राशन कार्ड 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दे रही है. ऐप के लॉन्च के बाद खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने कहा कि नए मोबाइल ऐप का मकसद वन नेशन, वन राशन कार्ड से संबंधित सेवाओं को खाद्य सुरक्षा कानून के लाभार्थियों को मुहैया कराने की सहूलियत देना है.
पांडेय ने कहा कि प्रवासी लाभार्थी अपने माइग्रेशन के ब्योरे इस ऐप के जरिए दर्ज कर सकते हैं. ऐसे मजदूर अपनी यात्रा शुरू करने से पहले ही खुद को इस पर रजिस्टर करा सकते हैं और यह सिस्टम उन्हें अपने आप ही खाद्यान्न आवंटित कर देगा. लाभार्थी आधार या राशन कार्ड नंबर देकर इस ऐप पर लॉग इन कर सकते हैं. सरकार 5.4 लाख राशन कार्ड दुकानों के जरिए 5 किलो सब्सिडाइज्ड खाद्यान्न मुहैया कराती है.