MP: वर्ल्ड फेमस ओरछा का यह गांव संयुक्त राष्ट्र के बेस्ट टूरिज्म विलेज अवार्ड के लिए नॉमिनेट

MP के निवाड़ी जिले में स्थित वर्ल्ड फेमस टूरिस्ट स्पॉट ओरछा के गांव लाडपुरा खास को UNWTO के बेस्ट टूरिज्म विलेज श्रेणी के लिए नामांकित किया गया है

MP: वर्ल्ड फेमस ओरछा का यह गांव संयुक्त राष्ट्र के बेस्ट टूरिज्म विलेज अवार्ड के लिए नॉमिनेट

ओरछा के गांव लाडपुरा खास को UNWTO अवॉर्ड में बेस्ट टूरिज्म विलेज श्रेणी के लिए नामांकित किया गया है.

ओरछा के गांव लाडपुरा खास को UNWTO अवॉर्ड में बेस्ट टूरिज्म विलेज श्रेणी के लिए नामांकित किया गया है.

मध्य प्रदेश के ओरछा स्थित गांव को संयुक्त राष्ट्र के अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया है. इस गांव को यूनाइटेड नेशंस वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन (UNWTO) के ’बेस्ट टूरिज्म विलेज’ अवॉर्ड से नवाजा जाएगा. मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में स्थित वर्ल्ड फेमस टूरिस्ट स्पॉट ओरछा के गांव लाडपुरा खास को UNWTO अवॉर्ड में “बेस्ट टूरिज्म विलेज” श्रेणी के लिए नामांकित किया गया है.

अदभुत स्थापत्य कला का धनी है मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टूरिज्म डिर्पाटमेंट के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को ट्वीट कर लिखा कि यह मध्य प्रदेश के लिए गौरव की बात है. हमारा प्रदेश प्राकृतिक सौंदर्य के साथ अद्भुत स्थापत्य कला का धनी प्रदेश है. अब टूरिज्म सिर्फ मनोरंजन ही नहीं बल्कि रोजगार, स्थानीय संस्कृति, खान-पान, कला और स्थापत्य कला का केंद्र-बिंदु भी बनकर उभरा है.

मेघालय और तेलंगाना से भी दो गांव नामांकित

पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय ने ओरछा के गांव लाडपुरा खास को बेस्ट टूरिज्म विलेज के लिए नामांकित गया है. इसके साथ ही दो अन्य गांव मेघालय और तेलंगाना से नामांकित किए गए हैं.

पांच साल में 100 गांवों का होगा विकास

पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव ने यह भी बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में नए आयाम जोड़ते हुए ग्रामीण पर्यटन की अवधारणा को मूर्तरूप देने के उद्देश्य से “ग्रामीण पर्यटन” परियोजना शुरू की गई है. अगले पांच सालों में 100 गांवों को ग्रामीण पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा. इनमें ओरछा, खजुराहो, मांडू, सांची, पचमढ़ी, तामिया, पन्ना नेशनल पार्क, बांधवगढ़ नेशनल पार्क, संजय दुबरी नेशनल पार्क, पेंच एवं कान्हा नेशनल पार्क, मितावली, पड़ावली आदि क्षेत्रों में स्थानों का चयन कर इनका विकास किया जाएगा.

‘ग्रामीण पर्यटन’ के जरिए पर्यटकों को लाभ

प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि ग्रामीण पर्यटन परियोजना के अंतर्गत 6 मुख्य घटकों, जिसमें क्षेत्रीय पर्यटन आधारित गतिविधियां, पर्यटकों के ठहरने के लिए आवास, होम-स्टे, परंपरागत एवं स्थानीय भोजन, सांस्कृतिक अनुभव, कला एवं हस्तकला तथा युवाओं में कौशल पर काम किया जा रहा है. स्थानीय समुदाय को अपने क्षेत्र में पर्यटन के विकास से सीधा लाभ मिलेगा. टूरिज्म बोर्ड समुदाय की भागीदारी से पर्यटन उत्पादों को विकसित करने का प्रशिक्षण भी दे रहा है.
‘ग्रामीण पर्यटन’ स्थानीय संस्कृति और परंपरा के महत्व को बनाए रखते हुए स्थानीय लोगों को पर्यटकों की रूचि और आवश्यकता के बारे में जानने का अवसर उपलब्ध कराता है. ग्रामीण पर्यटन के जरिए पर्यटक भी स्थानीय सांस्कृतिक विशिष्टता, स्थानीय भोजन के प्रकार, पहनावा, बोली, रीति-रिवाज, परंपराएं, आभूषण, श्रृंगार गीत, संगीत, वाद्य यंत्र, नृत्य, चित्रकला, अनाज एवं भोजन के संरक्षण के तरीकों आदि से परिचित होंगे.

Published - September 12, 2021, 02:33 IST