गंभीर सूखे से उत्पन्न मानवीय संकट से निपटने के लिए भारत, मेडागास्कर (Madagascar) को 1,000 मीट्रिक टन चावल और 100,000 हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वाइन की गोलियों की खेप भेजी जा रहा है. यह खेप भारतीय नौसेना जहाज जलशवा के माध्यम से 3 मार्च यानी आज भेजी जा रही है. विदेश मंत्रालय के अनुसार यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह खेप 21 से 24 मार्च, 2021 के बीच मेडागास्कर के एहोला बंदरगाह तक पहुंच जाएगी. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को मेडागास्कर के विदेश मंत्री डॉ. तेहिन्द्रजनारिवेलो से फोन पर बातचीत की.
बातचीत के बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “मेडागास्कर (Madagascar) के विदेश मंत्री के साथ अच्छी बातचीत हुई. आने वाले दिनों में भारतीय मानवीय सहायता पहुंचाई जाएगी. इसमें खाद्य और चिकित्सा आपूर्ति शामिल होंगी.” बातचीत के दौरान, विदेश मंत्री ने भारत और मेडागास्कर (Madagascar) के बीच मित्रता के द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बात करते हुए कहा कि भारत ऐसे मानवीय संकटों में मेडागास्कर के लोगों की सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर है.
विदेश मंत्रालय द्वारा बताया गया कि भारत की ओर से 1000 मीट्रिक टन चावल और एचसीक्यू की 100,000 गोलियों की खेप मेडागास्कर (Madagascar) भेजी जा रही है.
इससे पहले भी भारत पहुंचा चुका है मदद
सितंबर 2018 में भी, मेडागास्कर (Madagascar) में भारतीय नौसैनिक जहाज पर 1,000 मीट्रिक टन चावल की खेप पहुंचाई गई थी. इसके साथ जनवरी 2020 में भी चक्रवात से प्रभावित मेडागास्कर (Madagascar) की सहायता करने में भारत आगे रहा था और आईएनएस ऐरावत के जरिये आपरेशन वनीला के तहत त्वरित सहायता पहुंचायी गयी थी. मार्च 2020 में, आईएनएस शार्दुल ने एंटिसिरानाना बंदरगाह का दौरा किया था और मेडागास्कर (Madagascar) के उत्तरी क्षेत्र में भारी बाढ़ से निपटने के लिए सहायता के रूप में 600 टन चावल दिए गए थे.
आईएनएस जलश्वा कोमोरोस गणराज्य के पोर्ट अंजोन में भी 1000 मीट्रिक टन भारतीय चावल की खेप वितरित करेगा. इस खाद्य सहायता की आपूर्ति की घोषणा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अक्टूबर 2019 में कोमोरोस की यात्रा के दौरान की थी.
भारत वैक्सीनेशन में कर रहा है दूसरे देशों की मदद
इस बीच, विदेश मंत्री ने न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री नानैया महुता के साथ भी बात की और कोरोना के कारण उत्पन्न हुई चुनौतियों के साथ-साथ जल्दी ठीक होने की उम्मीदों पर भी चर्चा की. एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, “मेड इन इंडिया टीके एंटीगुआ और बारबुडा, सेंट किट्स एंड नेविस, सेंट लूसिया, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस और सूरीनाम के लिए पहुंचा दिए गए हैं.”
विदेश मंत्री ने एंटीगुआ और बारबुडा प्रधान मंत्री गैस्टन ब्राउन के ट्वीट को रीट्वीट भी किया है. इस ट्वीट में उन्होंने 500,000 एस्ट्राजेनेका के लिए और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सहायता करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया है.