Jio: रिलायंस जियो के उपभोक्ताओं के लिए यह खबर अच्छी हो सकती है क्योंकि जियो अपने टैरिफ प्लान में जो वृद्धि करने वाला था, वह अब टलती नजर आ रही है. दरअसल, सितंबर तिमाही में रिलायंस जियो के उपभोक्ताओं की संख्या में आई गिरावट के बाद अब कंपनी टैरिफ प्लान में वृद्धि की योजना को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है. अगर ऐसा होता है तो इससे जियो के उपभोक्ताओं को कुछ समय के लिए राहत मिलेगी. अगर कंपनी अपने टैरिफ प्लान में वृद्धि नहीं करती है तो इससे कंपनी के लिए जोखिम और बढ़ जाएगा.
इकोनॉमिक टाइम्स ने यूएस ब्रोकरेज जेफ़रीज़ के हवाला से लिखा है कि उम्मीद से अधिक महंगे टैरिफ प्लान के कारण उपभोक्ताओं की संख्या में गिरावट आई है.
वहीं अन्य टेलीकॉम कंपनियों की बात करें तो जियो को टक्कर देने के लिए कंपनियां ग्राहकों के लिए आकर्षक प्लान लेकर आने लगी हैं. ग्राहक आधार में गिरावट के बावजूद जियो अभी भी 429.5 मिलियन उपभोक्ताओं के साथ बाजार में टॉप पर है.
जबकि जून तिमाही की रिपोर्ट के आधार पर एयरटेल और वीआई (वोडाफोन-आइडिया) के 321.23 मिलियन और 255.4 मिलियन दूसरे और तीसरे स्थान पर थे.
विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारी सीजन चल रहा है ऐसे में जियो को किफायती स्मार्टफोन लॉन्च कर देना चाहिए जिससे एक बार फिर कंपनी के ग्राहकों की संख्या बढ़ा सकती है. यह घाटे को पूरा करके ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा.
रिलायंस की एजीएम में मुकेश अंबानी ने भी इसकी घोषणा की थी कि जियोफोन नेक्स्ट सबसे किफायती स्मार्टफोन होगा. विशेषज्ञों का कहना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) प्रबंधन को उम्मीद है कि इससे कुछ ग्राहकों को वापस जियो से फिर से जोड़ा जाएगा.
जियो अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ‘जियोफोन नेक्स्ट’ गूगल के साथ सामान्य बजट 4जी स्मार्टफोन दिवाली के आसपास लॉन्च करने के लिए तैयार है. इस फोन को सितंबर में लॉन्च किया जाना था, लेकिन कुछ कारणों से स्थगित कर दिया गया था।
वॉल स्ट्रीट के जेपी मॉर्गन ने कहा, जियो का दूसरी तिमाही में एआरपीयू (ARPU-Average revenue per user) 144 रुपये पर था.
उन्होंने आगे कहा, पांच साल से अधिक समय पहले शुरू हुई जियो ने सितंबर तिमाही में पहली बार अपने मोबाइल उपभोक्ताओं में गिरावट देखी क्योंकि दूसरी कोविड लहर के बाद वित्तीय कठिनाइयों के कारण कई लोग रिचार्ज नहीं करा सके. वहीं जेफरीज ने कहा कि परिचालन के लिहाज से सितंबर तिमाही में गिरावट रही.