IT Companies Hiring: बदलते माहौल को देखते हुए आईटी सर्विसेज कंपनियों ने इस साल फ्रेशर्स की हायरिंग करने में सबको चौंका दिया है. बीते साल बाजार में अनिश्चितता के कारण कंपनियों ने फ्रेशर्स की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं दिया. लेकिन अब सर्विसेज कंपनियां टैलेंट की कमी से जूझ रहीं हैं ऐसे में इस साल आईटी सेक्टर में तकरीबन 1,00,000 से ज्यादा फ्रेशर्स को कंपनियों ने हायर किया है.
पिछले कुछ सालों से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज नेशनल क्वालिफायर टेस्ट के जरिए से फ्रेशर का सिलेक्शन कर रही है. टाटा कंसल्टेंसी में टैलेंट एक्वीजीशन के ग्लोबल हेड गिरीश नंदीमठ ने बताया कि हमारी ओर से अधिकांश प्रतिभाओं की हायरिंग कॉलेज कैंपस से किया जाना जारी है.
अब हम हर तिमाही पर नेशनल क्वालिफायर टेस्ट आयोजित कर रहे हैं. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का नाम भारत की सबसे बड़ी आईटी सर्विसेज कंपनियों में आता है. टीसीएस इस साल देश भर के अपने सभी ब्रांचों के लिए तकरीबन 40,000 कॉलेज स्नातकों की भर्ती करेगी.
पुणे के परसिस्टेंट सिस्टम्स में चीफ पब्लिक ऑफिसर समीर बेंद्रे ने बताया कि समय मे साथ साथ व्यवसाय की गतिशीलता और कौशल की मांग में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
कौशल की मांग में इस बढ़ोतरी ने हायरिंग को पूरे साल होने वाली नियमित गतिविधि बना दिया है. फ्रेशर्स की हायरिंग अब एक सीजनल नहीं रह गई, अब पूरे साल कभी भी फ्रेशर की हायरिंग हो सकती है.
देश भर में फ्रेशर की हायरिंग में तेजी ने हायरिंग प्रक्रिया के परिदृश्य को भी बदल दिया है. समीर के मुताबिक काम करने के तरीके में बदलाव तो हुए हैं लेकिन डिजिटल वर्ल्ड ने हम सभी की नजदीकियां बढ़ा दी है.
वित्त वर्ष 2021 की शुरुआत में, ज्यादातर कंपनियों ने बाजार की अनिश्चितता को देखते हुए अपनी नई हायरिंग पर रोक लगा दी थी.
कोरोना महामारी के पहले फ्रेशर्स की हायरिंग का एक निश्चित वक़्त तय होता था लेकिन अब समय की जरूरतों और बढ़ती मांग को देखते हूए हायरिंग प्रक्रिया को पूरे साल के लिए कर दिया गया है.