क्यों हलचल में हैं ये कंपनियां?

सरकार ने इस साल के बजट में इन कंपनियों को सपोर्ट करने के लिए 4 अरब डॉलर या 30,000 करोड़ रुपए की रकम अलग की है.

  • Updated Date - May 2, 2023, 08:04 IST
क्यों हलचल में हैं ये कंपनियां?

केंद्र सरकार देश की तीनों तेल मार्केटिंग कंपनियों IOC, BPCL और HPCL में पूंजी निवेश के साथ-साथ संभावित हिस्सा बढ़ाने पर भी विचार करेगी. इन तेल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से अपने क्षमता विस्तार खर्च की योजना जमा किए जाने के बाद सरकार इस पर फैसला लेगी. दरअसल सरकार ने इस साल के बजट में इन कंपनियों को सपोर्ट करने के लिए 4 अरब डॉलर या 30,000 करोड़ रुपए की रकम अलग की है. तेल मार्केटिंग कंपनियों के क्षमता विस्तार खर्च में रिफाइनरी अपग्रेडेशन, एमिशन में कमी और इस तरह की दूसरी गतिविधियो पर खर्च किया जाता है.

अदानी समूह की जांच
अदानी ग्रुप की कंपनियों के विदेशों में हुए लेनदेन की जानकारी जुटाने के लिए…मार्केट रेग्युलेटर SEBI सरकार की मदद मांग सकता है.. मामले की जांच के लिए सेबी ने पिछले हफ्ते ही सुप्रीम कोर्ट से 6 महीने के अतिरिक्त समय की मांग की है. सेबी ने अपनी याचिका में यह जानकारी भी दी है कि अदानी ग्रुप से जुड़ी कंपनियों के खातों की खंगाल कर… पिछले एक दशक के दौरान कंपनियों में हुई डील्स की जानकारी जुटाई जा रही है. आपको बता दें कि SEBI ने अदानी मामले की जांच के लिए… अदानी ग्रुप कंपनियों के बैंक खातों से हुए लेनदेन को खंगालने की योजना बनाई है..

भारती एंटरप्राइजेज और ब्रूकफील्ड का करार
टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल की पैरेंट कंपनी भारती एंटरप्राइजेज और ब्रूकफील्ड एसेट मैनेजमेंट ने 5,000 करोड़ रुपए का जॉइंट वेन्चर एग्रीमेंट यानी करार पूरा कर लिया है. इस करार के तहत ब्रूकफील्ड ने भारती एंटरप्राइजेज की रियल्टी कारोबार से जुड़ी सहयोगी कंपनी भारती रियल्टी की 4 कमर्शियल प्रॉपर्टी में 51 फीसद हिस्सेदारी खरीदी है. इस डील में दिल्ली-NCR क्षेत्र और पंजाब में कुल 33 लाख वर्ग की कमर्शियल प्रॉपर्टीज का पोर्टफोलियो शामिल है. इन प्रॉपर्टीज में दिल्ली की वर्ल्डमार्क एरोसिटी, गुरुग्राम में एयरटेल सेंटर और वर्ल्डमार्क 65 के साथ-साथ लुधियाना में पैविलियन मॉल शामिल है. इस डील के बाद कंपनी अपनी बाकी कमर्शियल प्रॉपर्टीज की ओनरशिप और ऑपरेशन को रिटेन करेगी.

संघी सीमेंट की खरीदारी
बांगर फैमिली की ओनरशिप वाली श्री सीमेंट की संघी सीमेंट में हिस्सा खरीद के लिए गैर बाध्यकारी बातचीत चल रही है. गैर बाध्यकारी का मतलब ये हुआ कि इस बातचीत के जरिए कोई डील करनी ही है. इस बात को लेकर श्री सीमेंट पर कोई दबाव नहीं होगा. माना जा रहा है कि संघी सीमेंट में श्री 40 फीसद से 72 फीसद हिस्सेदारी खरीद सकती है और ये सौदा 6,000 करोड़ रुपए की एंटरप्राइज वैल्यू में होगा. इस एंटरप्राइज वैल्यू में 1800 करोड़ रुपए का कर्ज भी शामिल है. यानी कि इक्विटी वैल्यू 4200 करोड़ रुपए के आसपास होगी. साथ ही ये बातचीत एक्सक्लूसिव नहीं है…यानी श्री सीमेंट के अलावा बाकी कंपनियां भी संघी सीमेंट में हिस्सा खरीद के लिए बातचीत कर सकती हैं. आपको बता दें कि इस सेक्टर की अन्य कंपनियां जैसे अल्ट्राट्रैक, डालिमया भारत और जेएसडब्ल्यू सीमेंट ने भी संघी सीमेंट में संभावित हिस्सा खरीद के लिए इन्फोर्मेल डिस्कशन्स किए थे पर कोई डील नहीं हो पाई थी.

Published - May 2, 2023, 08:04 IST