निर्यात में सुधार जारी, 2021-22 में सकारात्मक दायरे में रहने की उम्मीद: वाणिज्य सचिव

Export: चीन को भारत का निर्यात 2019-20 में 16.6 अरब डॉलर और 2020-21 में 21.2 अरब डॉलर रहा. चीन से आयात 2019-20 में 65 अरब डॉलर और 2020-21 में भी मोटे तौर पर इतना ही रहा.

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मूडीज एनालिटिक्स के मुख्य एपीएसी इकोनॉमिस्ट स्टीव कोचरन ने भारत में इंडस्ट्रियल मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ने के लिए दो तथ्यों को मुख्य रूप से जिम्मेदार बताया.

मूडीज एनालिटिक्स के मुख्य एपीएसी इकोनॉमिस्ट स्टीव कोचरन ने भारत में इंडस्ट्रियल मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ने के लिए दो तथ्यों को मुख्य रूप से जिम्मेदार बताया.

वाणिज्य सचिव अनूप वधावन ने मंगलवार को कहा कि देश का निर्यात जोर पकड़ रहा है और चालू वित्त वर्ष में इसमें अच्छी वृद्धि की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि पिछले साल अप्रैल में निर्यात में बड़ी गिरावट दर्ज की गयी थी लेकिन धीरे-धीरे चीजें सुधरनी शुरू हुई और निर्यात सकारात्मक दायरे में आया.

सचिव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसीलिए, मुझे पूरा भरोसा है कि वित्त वर्ष 2021-22 में, हम मजबूत वृद्धि के रास्ते पर होंगे. मुझे इसमें कोई भी संदेह नहीं है लेकिन मैं वृद्धि के आंकड़े का कोई अनुमान नहीं जताना चाहता…..’’

उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2020 से देश के वस्तु निर्यात में सकारात्मक वृद्धि जारी है. इस साल मार्च में निर्यात 60.29 प्रतिशत बढ़कर 34.45 अरब डॉलर रहा. हालांकि, 2020-21 में निर्यात 7.26 प्रतिशत घटकर 290.63 अरब डॉलर रहा.

अमेरिका और चीन के साथ व्यापार अंतर के बारे में पूछे जाने पर, सचिव ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष की स्थिति रही जबकि चीन के साथ व्यापार घाटे में सुधार हुआ है.

अमेरिका को भारत का निर्यात वित्त वर्ष 2019-20 में 53 अरब डॉलर और 2020-21 में 51 अरब डॉलर रहा. वहीं अमेरिका से आयात 2019-20 में 35.8 अरब डॉलर और 2020-21 में 28 अरब डॉलर रहा.

चीन को भारत का निर्यात 2019-20 में 16.6 अरब डॉलर और 2020-21 में 21.2 अरब डॉलर रहा. वहीं चीन से आयात 2019-20 में 65 अरब डॉलर और 2020-21 में भी मोटे तौर पर इतना ही रहा.

Published - April 20, 2021, 08:45 IST