पिछले 5 वर्षों में देश के मोबाइल ग्राहकों में 4 करोड़ से ज्यादा की कमी आई है. इस साल फरवरी तक देश में 114.1 करोड़ मोबाइल यूजर्स दर्ज किए गए हैं और 2019 के फरवरी में यह आंकड़ा 118.3 करोड़ हुआ करता था. आंकड़े ये भी बताते हैं कि शहरों के मुकाबले गावों में मोबाइल यूजर्स की संख्या में ज्यादा गिरावट देखने को मिली है, 2019 के फरवरी अंत तक गावों में 65.6 करोड़ मोबाइल यूजर्स हुआ करते थे जो 2023 के फरवरी में घटकर 62.6 करोड़ रह गए. यानी 5 वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल यूजर्स की संख्या करीब 3 करोड़ घटी है.
क्या है वजह?
मोबाइल यूजर्स की संख्या में आई गिरावट के पीछे कई वजह हैं लेकिन प्रमुख वजह मोबाइल दरों में हुई बढ़ोतरी को बताया जा रहा है. खासकर टूजी नेटवर्क में काम करने वाले फीचर फोन में इस्तेमाल होने वाले मोबाइल टैरिफ के दाम ज्यादा बढ़े हैं. बीते दो वर्षों के दौरान मोबाइल के बेसिक प्लान की दरें 100 फीसद तक बढ़ी हैं. इसके अलावा डाटा पैक भी पहले के मुकाबले महंगे हुए हैं. महंगे मोबाइल प्लान्स की वजह से ऐसे यूजर्स की संख्या कम हुई है जो एक से ज्यादा मोबाइल सिम का इस्तेमाल करते हैं.
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि टेलीकॉम कंपनियों ने भी उन मोबाइल कनेक्शन को बंद करने की रफ्तार बढ़ाई है जो लंबे समय से निष्क्रिय हैं, पहले टेलीकॉम कंपनियां इस तरह के कनेक्शन को बंद करने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं लेती थी क्योंकि ऐसे कनेक्शन की वजह से उनके यूजर्स का आंकड़ा बढ़ता था, लेकिन कंपनियों को अब इस तरह के कनेक्शन का कोई लाभ नजर नहीं आ रहा, इसलिए वे लंबे समय से निष्क्रिय पड़े कनेक्शन को बंद कर रही हैं, इस वजह से भी मोबाइल यूजर्स का आंकड़ा घटा है.