IT की नौकरी मिलना मुश्किल, 40 फीसद घटेगी भर्ती

चालू वित्त वर्ष में IT कंपनियां 50 हजार से 1 लाख के बीच भर्ती करेंगी

IT की नौकरी मिलना मुश्किल, 40 फीसद घटेगी भर्ती

फोटो साभार: TV9 भारतवर्ष

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मौजूदा समय भारत में नौकरियों को लेकर हालात सही नहीं दिखाई पड़ रहे हैं. एक ओर जहां कई कंपनियां अपनी लागत को कम करने के लिए छंटनी का सहारा ले रही हैं तो वहीं दूसरी ओर कई कंपनियों ने भर्तियों पर रोक लगा दी है. IT सेक्टर की बात करें तो चालू वित्त वर्ष में सालाना आधार पर 40 फीसद कम भर्ती हो सकती है. यह चिंताजनक इसलिए है क्योंकि भारत में सबसे ज्यादा नौकरी IT क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं. मांग में अनिश्चितता और टेक्नोलॉजी सर्विसेज में मंदी की वजह से 245 बिलियन डॉलर की इंडस्ट्री पर असर पड़ रहा है.

कितनी कम हुई भर्ती
स्टॉफिंग फर्म एक्सफेनो के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में IT कंपनियां 50 हजार से 1 लाख के बीच ही भर्ती करेंगी, जबकि पिछले वित्त वर्ष में 2,50,000 भर्तियां की गई थी. वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में देश की 5 बड़ी आईटी एक्सपोर्टर कंपनियां टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस, HCL टेक, विप्रो और टेक महिंद्रा के कर्मचारियों की कुल संख्या में 21,838 की कमी आई है. 5 कंपनियों में से इस दौरान सिर्फ टीसीएस में 500 नए कर्मचारी जुड़े थे. वैश्विक मंदी के कारण भारत में काम कर रही अंतर्राष्ट्रीय IT कंपनियों के कर्मचारियों की संख्या में भी कमी आई है. पहली तिमाही में विदेशी कंपनियां जैसे एक्सेंचर, कैपजेमिनी और कॉग्निजेंट आदि में कर्मचारियों की संख्या में 5,000 से ज्यादा की गिरावट आई है.

वैश्विक आर्थिक मंदी के चलते कंपनियां छंटनी करने को लेकर मजबूर हैं. साल 2023 की पहली छमाही में वैश्विक स्तर पर बड़ी टेक कंपनियां 2,12,000 को काम से निकाल चुकी है. साल 2022 में 1,046 टेक कंपनियों ने 161,000 कर्मचारियों को बाहर निकाला था. भारतीय टेक स्टार्टअप भी 11 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी कर चुके हैं. यह पिछले साल के मुकाबले 40 फीसद ज्यादा है. वैश्विक स्टार्टअप छंटनी का सिर्फ 5 फीसद भारत से किया गया है.

Published - August 7, 2023, 05:31 IST