नई और सेकेंड कारों के लिए ऑनलाइन पोर्टल CarDekho चलाने वाली गिरनार सॉफ्टवेयर ने लगभग 1.2 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर 25 करोड़ डॉलर (करीब 1884 करोड़ रुपए) का फंड हासिल किया है. इसके साथ ही यह देश में यूनिकॉर्न की बढ़ती हुई लिस्ट में शामिल हो गई है. इसके मौजूदा इनवेस्टर्स में सिकोइया कैपिटल, हिलहाउस कैपिटल और गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट की इनवेस्टमेंट यूनिट CapitalG शामिल है.
CarDekho को प्राइवेट इक्विटी फर्म LeapFrog Investments की अगुवाई में सीरीज E की फंडिंग मिली है. इसके बाद CarDekho यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल करने वाला देश का 33वां स्टार्टअप बन गया है. इस वर्ष एक अरब डॉलर का वैल्यूएशन हासिल करने वाला यह दूसरा ऑनलाइन कार रिटेलिंग प्लेटफॉर्म है. यूनिकॉर्न ऐसे स्टार्टअप को कहा जाता है जिसका वैल्यूएशन कम से कम एक अरब डॉलर का है.
पिछले फंडिंग राउंड में CarDekho की वैल्यू लगभग 70 करोड़ डॉलर की थी. जुलाई में Droom Technology ने कहा था कि उसने 1.2 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर प्री-IPO फंडिंग राउंड में 20 करोड़ डॉलर जुटाए हैं. इससे यह यूनिकॉर्न क्लब में एंट्री करने वाला पहला ऑटोमोबाइल ऑनलाइन मार्केटप्लेस बना था. CarDekho की योजना साउथईस्ट एशिया के साथ विदेश में बिजनेस बढ़ाने की है.
प्लेटफॉर्म पर 3000 से ज्यादा कारें मौजूद
कारदेखो 100 से ज्यादा बाजारों में कार खरीदता है और इसके प्लेटफॉर्म पर 3,000 से अधिक कारें हैं, जिनका एनुअल रेवेन्यू रन रेट 100 मिलियन डॉलर (करीब 753 करोड़ रुपए) है. कारदेखो के पास इंश्योरेंस वर्टिकल भी है, जिसने हाल ही में एक बायर फोकस्ड प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है.
कारदेखो के कोफाउंडर और सीईओ, अमित जैन ने कहा कि नए फंडरेज को बेचने से हमें अपने यूज्ड-कार लेनदेन और वित्तीय सेवाओं के व्यवसाय का विस्तार करने में मदद मिलेगी.
2019 में 6033 करोड़ थी वैल्यू
2019 के आखिर में कारदेखो की वैल्यू 800 मिलियन डॉलर (करीब 6033 करोड़ रुपए) थी. ये उस वक्त सबसे वैल्यूएबल कंपनी थी. इसका मूल्यांकन हाल ही में कार्स 24 और स्पिनी द्वारा पार किया गया था. कार्स 24 ने सॉफ्टबैंक के नेतृत्व में निवेशकों से फंडिंग की और इसकी वैल्यू 1.8 बिलियन डॉलर (करीब 13 हजार करोड़ रुपए) है.